भारत के चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के बाद नेपाल में चावल की कीमतें बढ़ने लगी हैं। इसका असर खुदरा दुकानों पर भी दिखाई दे रहा है।
भारत ने 20 जुलाई को ग़ैर बासमती सफ़ेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था जिसके बाद इसकी कीमतें अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 15% बढ़ गई हैं। नेपाल में भी इसका सीधा प्रभाव पड़ा है और चावल की कीमतें उछाल दिखाई दे रही हैं।
इसके प्रभाव को देखते हुए नेपाल सरकार ने कहा है कि वे चावल की कीमतों को नियंत्रित करने का पूरा प्रयास करेंगी। मंत्री रमेश रिजाल ने कहा, ”हम भारत से बातचीत कर रहे हैं और उन्होंने हमारे कुछ अनुरोधों को स्वीकार किया है.”
नेपाल में वार्षिक धान उत्पादन 55 लाख मीट्रिक टन है जिसमें से 6 से 7 लाख मीट्रिक टन आयात किया जाता है।
महत्वपूर्ण जानकारी: चावल की कीमतों में उछाल
विषय | जानकारी |
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चावल की कीमत का वृद्धि दर | 15% (अंतर्राष्ट्रीय बाजार) |
भारतीय निर्यात प्रतिबंध | 20 जुलाई |
नेपाल में चावल की कीमत | 300 रुपये (25 किलो) |
नेपाल का वार्षिक धान उत्पादन | 55 लाख मीट्रिक टन |
नेपाल में चावल का आयात | 6 से 7 लाख मीट्रिक टन |
घरेलू कृषि उत्पादन में चावल का योगदान | 15% |