वाराणसी, लखनऊ, गौतमबुद्धनगर और बिहार से 12 आरोपी गिरफ्तार, आधार और पैन कार्ड की नकली फ्रेंचाइजी देशभर में बांटी
नकली पैन और आधार कार्ड बनाने वाले एक बड़े गिरोह के 12 सदस्यों को वाराणसी, लखनऊ, गौतमबुद्धनगर और बिहार से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह ने देशभर में कई लोगों को नकली पैन और आधार कार्ड बनाने की फ्रेंचाइजी तक बांट दी थी।
यह आरोपी डार्कवेब और टेलीग्राम पर आयोजित होते थे, जहां वे यूआईडीएआई और एनएसडीएल द्वारा अधिकृत कंपनियों के डाटा को चोरी करके अपनी वेबसाइट पर डालते थे।
सावधानी से काम लें
यह खबर आपकी एक सावधानी से बड़े नुकसान से बचने में सहायता कर सकती है। पैन और आधार कार्ड की जानकारी का दुरुपयोग हो सकता है जो आपको आर्थिक और निजी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, आपको अपनी इन जानकारियों को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क और सचेत रहने की जरूरत है।
यहां कुछ सुरक्षा टिप्स हैं:
- अपने पैन कार्ड की जानकारी को हर जगह शेयर न करें।
- किसी भी वेबसाइट की प्रामाणिकता को चेक करें।
- ऑनलाइन पोर्टल्स पर अपना पूरा नाम और जन्म तिथि दर्ज करने से बचें।
जुर्माना की खौफनाक धमकी
नागरिकों के बारे में डिजिटल रूप से रखी जानकारी या आंकड़ों का दुरुपयोग करने वाली किसी भी इकाई पर 250 करोड़ रुपये तक का जुर्माना लग सकता है। यह प्रावधान संसद में पेश डिजिटल व्यक्तिगत जानकारी संरक्षण विधेयक-2023 में किया गया है।
महत्वपूर्ण सूचना – डेटा लीक
लीक हुई जानकारी | प्रतिशत (%) |
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आधार नंबर | 53 |
पैन कार्ड नंबर | 50 |
वोटर आईडी नंबर | 25 |
क्रेडिट/डेबिट कार्ड नंबर | 22 |
मोबाइल नंबर | 72 |
ईमेल एड्रेस | 63 |
सालाना इनकम |
महत्वपूर्ण जानकारी तालिका:
विशेषता | विवरण |
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आरोपी की संख्या | 12 सदस्य |
फर्जी पैन-आधार कार्ड बनाने वाली शहरें | वाराणसी, लखनऊ, गौतमबुद्धनगर, बिहार |
आरोपी गिरोह का कार्य | डार्कवेब-टेलीग्राम पर यूआईडीएआई और एनएसडीएल द्वारा अधिकृत कंपनियों का डेटा अपनी वेबसाइट पर डालना |
प्रामाणिकता जांचने के लिए सुझाव | पैन की फोटोकॉपी केवल प्रामाणिक लोगों या कंपनियों को दें। इसे हस्ताक्षर करें। वेबसाइट की प्रामाणिकता चेक करें |
संभावित नुकसान | आर्थिक धोखाधड़ी, गलत पहचान बनाना, ऑनलाइन परेशान करना, निजी डेटा लीक होना, अवैध दवा कारोबार |
नियमों के उल्लंघन पर जुर्माना | 250 करोड़ तक |