आजकल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर “इनफ्लूएंसर” की भूमिका महत्वपूर्ण हो रही है। इन इनफ्लूएंसर्स की जितनी पहचान और प्रासंगिकता बढ़ रही है, उतना ही उन्हें नियमों और विज्ञापन मानदंड का पालन करने की जरूरत पर रही है। चलिए, जानते हैं कि भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने क्या नए नियम जारी किए हैं।
- इनफ्लूएंसर की नई परिभाषा: जिनके पांच लाख से ज्यादा फॉलोवर हों और 40 लाख रुपए से ज्यादा सालाना आय हो, उन्हें अब सेलिब्रटी माना जाएगा।
- जिम्मेदारियां: सेलिब्रटी और इनफ्लूएंसर को विज्ञापन करने से पहले कुछ जरूरी आवश्यकताओं का पालन करना होगा।
- निषेध: निषिद्ध वस्त्रों की विज्ञापन या प्रचार-प्रसार करने पर प्रतिबंध होगा।
- सोशल मीडिया पर प्रभाव: सोशल मीडिया के इनफ्लूएंसर्स ने प्रभाव बनाया है और उन्हें मानदंडों का पालन करना चाहिए।
- भ्रांतिकूल विज्ञापन: वित्त वर्ष 2013 में 500 से ज्यादा गलत विज्ञापनों पर कार्रवाई हुई।
महत्वपूर्ण जानकारी (सारणी):
प्रमुख बिंदु | विवरण |
---|---|
इनफ्लूएंसर की परिभाषा | पांच लाख फॉलोवर और 40 लाख रुपए सालाना आय |
नियम और जिम्मेदारियां | आवश्यकताओं का पालन, निषिद्ध वस्त्रों का प्रचार नहीं |
भ्रांतिकूल विज्ञापन | 2013 में 500 से अधिक पर कार्रवाई |
संक्षेप:
भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने इनफ्लूएंसर्स की परिभाषा को व्यापक बनाया। अब, जिनके पांच लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं और 40 लाख रुपए से ज्यादा सालाना आय है, उन्हें सेलिब्रटी माना जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य सोशल मीडिया पर भ्रांतिकूल विज्ञापन से उपभोक्ता की सुरक्षा है।