फिल्मों में अपनी अदाकारी के लिए मशहूर अभिनेता और भाजपा के सांसद सनी देओल को अब अपनी संपत्ति की नीलामी का सामना करना पड़ सकता है।
ऋण और ब्याज का भार:
गुरदासपुर से सांसद चुने जाने वाले सनी देओल बैंक ऑफ बड़ौदा से ₹55.99 करोड़ रुपये के ऋण, ब्याज और जुर्माने पर चूक का सामना कर रहे हैं। इस मामले की शुरुआत दिसंबर 2022 में हुई थी।
संपत्ति पर कुर्की:
बैंक ऑफ बड़ौदा ने रविवार को जारी सार्वजनिक निविदा के अनुसार मुंबई के जुहू में स्थित ‘सनी विला’ पर कुर्की लगा दी है। इसका आरक्षित मूल्य ₹51.43 करोड़ रखा गया है, जबकि बयाना राशि ₹5.14 करोड़ तय की गई है।
संपत्ति में और क्या शामिल है:
निविदा के अनुसार, सनी विला के अलावा, 599.44 वर्ग मीटर की ज़मीन पर बना ‘सनी साउंड्स’ भी इस मामले में शामिल है, जो देओल परिवार की संपत्ति है। ‘सनी साउंड्स’ इस कर्ज का कॉर्पोरेट गारंटर है और सनी देओल के पिता और मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र इस ऋण के व्यक्तिगत गारंटर हैं।
सनी देओल का प्रतिक्रिया:
सनी देओल ने इस पूरे मामले पर अभी तक कोई विवरण नहीं दिया है। ऋण के बारे में और अधिक जानकारी, जैसे कब और कितना ऋण लिया गया, और इसके लिए कौन-कौन सी संपत्तियां गारंटी के रूप में दी गई थी, इस पर अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है।
नीलामी की तारीख:
सनी देओल की संपत्ति की नीलामी 25 अगस्त को ऑनलाइन माध्यम से की जाएगी।
ऋण चुकाने का विकल्प:
2002 के सरफीजी अधिनियम के तहत, सनी देओल को अभी भी बैंक को पूरा ऋण चुकाने का अवसर है, जिससे वे अपनी संपत्ति की नीलामी से बच सकते हैं।