भारतीय जीडीपी ग्रोथ: जून तिमाही में अनुमान से ज्यादा वृद्धि
अर्थशास्त्रियों का विश्वास: अधिक वृद्धि की संभावना अर्थशास्त्रियों ने यह अनुमान लगाया है कि जून तिमाही में भारतीय जीडीपी ग्रोथ 8.5 प्रतिशत तक पहुंच सकती है, जो RBI के 8 प्रतिशत अनुमान से अधिक है।
विभिन्न संस्थानों के अनुमान एसबीआई और इक्रा द्वारा किए गए अलग-अलग अनुमानों में भी जीडीपी ग्रोथ में वृद्धि देखी जा रही है।
वृद्धि के मुख्य कारण इक्रा का कहना है कि आर्थिक विकास में तेजी अनुकूल आधार प्रभाव और सेवा क्षेत्र में हुए सुधार के कारण हो रही है। एसबीआई और इक्रा दोनों ने तेज आर्थिक विकास के अपने अनुमान को लेकर कहा है कि यह ग्रोथ केंद्र और राज्यों के पूंजीगत व्यय की वजह से हुआ है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2021 के दौरान ग्रोथ सिकुड़ गया था, जो एक कारण इसकी तेजी से ग्रोथ के लिए भी हो सकता है। एसबीआई और इक्रा दोनों ने तेज आर्थिक विकास के अपने अनुमान को लेकर कहा है कि यह ग्रोथ केंद्र और राज्यों के पूंजीगत व्यय की वजह से हुआ है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2021 के दौरान ग्रोथ सिकुड़ गया था, जो एक कारण इसकी तेजी से ग्रोथ के लिए भी हो सकता है।
आगामी समय के अनुमान आने वाले समय में अनियमित बारिश और सरकारी पूंजीगत व्यय में कमी के कारण ग्रोथ रेट पर प्रभाव पड़ सकता है।
महत्वपूर्ण जानकारी सारणी
संस्था/संगठन | जून तिमाही का अनुमान | वित्त वर्ष 2023-24 का अनुमान |
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RBI | 8 प्रतिशत | 6.5 प्रतिशत |
एसबीआई | 8.3 प्रतिशत | (डेटा उपलब्ध नहीं) |
इक्रा | 8.5 प्रतिशत | 6 प्रतिशत |