केंद्रीय कर्मचारियों को दूसरी छमाही के महंगाई भत्ते का विचार करते हुए, कर्नाटक में सातवें वेतन आयोग के पैनल ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की है।
पैनल का गठन और सिफारिशें:
सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने पैनल का गठन किया था। यह पैनल नवंबर 2022 में गठित हुआ था और इसे सिफारिशें जमा करने के लिए छह महीने का समय दिया गया था।
वित्तीय प्रभाव:
7वें वेतनमान के लागू होने से वेतन और पेंशन में भारी वृद्धि होने की संभावना है। पहले वर्ष में वित्तीय बोझ 12,000 करोड़ रुपये से 18,000 करोड़ रुपये के बीच होगा।
महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी:
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी दशहरा तक होने की उम्मीद है। बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों को 45 प्रतिशत का भत्ता मिलने लगेगा।
महत्वपूर्ण सूचना तालिका:
विषय | विवरण |
---|---|
पैनल का गठन | नवंबर 2022 |
वित्तीय बोझ | 12,000 करोड़ – 18,000 करोड़ रुपये |
महंगाई भत्ता | 45 प्रतिशत |
प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न:
- सातवें वेतन आयोग के पैनल का गठन कब हुआ था?
- सातवें वेतन आयोग के पैनल का गठन नवंबर 2022 में हुआ था।
- केंद्रीय कर्मचारियों को महंगाई भत्ते में कितनी बढ़ोतरी मिलने वाली है?
- कर्मचारियों को 45 प्रतिशत का महंगाई भत्ता मिलने वाला है।
- 7वें वेतनमान का वित्तीय बोझ कितना होगा?
- पहले वर्ष में वित्तीय बोझ 12,000 करोड़ रुपये से 18,000 करोड़ रुपये के बीच होगा।
कर्नाटक राज्य सरकार के सातवें वेतन आयोग पैनल की सिफारिशों का विचार करते हुए, केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी पर नजर रखी जा रही है।