इस हत्या कांड की जांच करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है और सभी संदिग्धों की तलाशी जारी है. पुलिस ने घटनास्थल से काफी साक्ष्य संग्रहित किए हैं और इन्हें विश्लेषण के लिए भेजा गया है.
पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि उन्हें प्रेमचंद यादव और उनके साथी की खुफिया धमकियाँ मिल रही थीं, लेकिन उन्होंने इसे हल्के में ले लिया था. हत्या के बाद इस गांव में भय का माहौल छाया हुआ है. गांव के लोग डर के मारे अपने घरों में बंद हैं.
देवरिया एसपी डॉ. संकल्प शर्मा ने इसे एक अत्यंत गंभीर मामला बताते हुए कहा कि पुलिस को इसे जल्द से जल्द सुलझाने की जरूरत है. उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
भूमि विवाद के कारण हुई इस हत्या की वजह से गांव के लोगों में डर का माहौल बन गया है. लोगों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं उन्हें अपनी जमीन को बेचने पर मजबूर कर रही हैं. उन्होंने सरकार और प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है.
स्थानीय नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और उन्होंने प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है. वे यह भी चाहते हैं कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए.
इस घटना को लेकर जांच जारी है और प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इसका पर्दाफाश होगा. प्रशासन ने आम लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.