मार्केट में आपकों दो तरह के 3 pin plug मिलेंगे एक पीतल का दूसरा एल्यूमीनियम का। पीतल वाली पिन को जंग से बचाने के लिए उस पर निकल की पोलिश करते है जिससे वो स्टील जैसी दिखती है और बाद में उस पर कट लगाया जाता है.
इलेक्ट्रिक प्लग के तीनों पिन में चीरा लगाने के 3 मुख्य कारण हैं:
- सुरक्षा: पीतल एक बहुत ही अच्छा कडंक्टर है बिजली का इसमें करंट काफी आसानी से फ्लो होता है, लेकिन इससे एक लिमिट से ज्यादा बिजली प्रवाहित की जाए तो यह गर्म हो जाता है. गर्म होने के कारण यह पीतल की पिन फैल सकती है. इसलिए यह फैलकर सॉकेट में चिपक सकती है और कवर भी डैमेज हो सकता है. इसलिए इसके आकार में बदलाव किया जाता है । चीरा लगाने से पिन को गर्म होने पर आकार बदलने से रोका जा सकता है। जब बिजली के प्रवाह से पिन गर्म होते हैं, तो वे थोड़ा फैल सकते हैं। यदि पिन में कोई चीरा न हो, तो वे सॉकेट में ढीले हो सकते हैं, जिससे स्पार्किंग या आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
- इन 3 पिन वाले प्लग का इस्तेमाल हैवी एप्लिकेशंंस के लिए किया जाता है, जैसे- एयरकंडीशनर. ये अधिक बिजली खींचते हैं, नतीजा इन प्लग में अधिक बिजली प्रवाहित होती है. अगर इनमें मौजूद तीनों पिन में कट मार्क न हो तो लोड बढ़ने पर इनका आकार बदल सकता है. इसलिए इनमें कट मार्क का होना जरूरी है.
- सुनिश्चितता: चीरा लगाने से प्लग को सॉकेट में अधिक मजबूती से फिट होने में मदद मिलती है। यह सुनिश्चित करता है कि प्लग बिजली के प्रवाह को ठीक से संचालित कर सके।