भारत के ऑटोमोबाइल बाज़ार ने दिखा बड़ा बदलाव, सुरक्षा के माध्यम से अत्यंत आवश्यक
भारत में तेजी से बढ़ रहे ऑटोमोबाइल बाजार में नया बदलाव देखने को मिल रहा है ज्ञात हो की पहले जहां लग्जरी गाड़ियों में 6 एयरबैग होते थे, वहीं अब सामान्य ग्राहक भी अपने एवं परिवार के सुरक्षा के लिए 6 एयरबैग वाले वाहनों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं। ग्राहकों के इस दिलचस्प को देखते हुए कार निर्माता कंपनियों ने भी ग्राहकों के अनुसार अपने आप को बदलना शुरू कर दिया है इस रेस में कर निर्माता कंपनी हुंडई सबसे आगे दिख रही है।
मुंबई: भारत में वाहन निर्माता अब छह एयरबैग्स को नई मानक के रूप में पेश कर रहे हैं
भारत, जो विश्व का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है, वहाँ की जनता अब अधिक सुरक्षित वाहनों की मांग कर रही है। पहले सिर्फ प्रीमियम और लग्जरी कारों में ही छह एयरबैग्स होते थे, लेकिन अब यह सामान्य ग्राहक के लिए भी सुलभ हो रहे हैं।
सरकारी निर्देश और बाजार की प्रतिक्रिया
पिछले महीने सरकार ने स्पष्ट किया कि छह एयरबैग्स अनिवार्य नहीं हैं, जबकि दो एयरबैग्स अनिवार्य हैं। वाहन खरीदते समय ग्राहकों को अपने सुरक्षा के अनुसार बेहतर वाहन का चुनाव करना होगा।
भारतीय वाहन सुरक्षा मानक
1 अक्टूबर से सरकार ने भारतीय नई कार मूल्यांकन कार्यक्रम शुरू किया, जो देश में निर्मित वाहनों के लिए पहला परीक्षण मानक है। इससे वाहनों के सेफ़ होने की जाँच की जाएगी, जिसके रेटिंग से पता चलेगा की निर्मित वहाँ कितना सुरक्षित है।
वाहन निर्माताओं का प्रतिसाद
Hyundai, Kia, Mahindra & Mahindra, Tata Motors और Toyota Motor Corp जैसे वाहन निर्माता अब अपने मॉडल्स में छह एयरबैग्स को शामिल कर रहे हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी की सारणी
देश | छह एयरबैग्स वाले वाहनों का प्रतिशत |
---|---|
अमेरिका | 98% |
जर्मनी | 89% |
चीन | 65% |
भारत | 12-13% |
सामान्य प्रश्न
- क्या भारत में छह एयरबैग्स अनिवार्य हैं?
- नहीं, भारत में सिर्फ दो एयरबैग्स अनिवार्य हैं।
- छह एयरबैग्स वाली कार की कीमत में वृद्धि होती है क्या?
- हाँ, छह एयरबैग्स वाली कार की कीमत में वृद्धि हो सकती है।
- भारत में कितने प्रतिशत वाहन में छह एयरबैग्स हैं?
- भारत में 12-13% वाहन में छह एयरबैग्स हैं।