भारत में रॉयल एनफील्ड के समानांतर खड़ी हो रही दो और कंपनियाँ
भारत के ऑटोमोबाइल बाजार में दो पहिया वाहन निर्माता आईसर इंडिया जिसे हम रॉयल एनफील्ड के नाम से जानते हैं, इस कंपनी के समानांतर दो अन्य कंपनियां भी इसी रेंज और खासियत वाले बाइक लेकर आ रहा है जिसमें मुख्यतः पहली कंपनी बजाज का ट्रायम्फ है दूसरी और हार्ले कंपनी भी बिल्कुल पीछे ही खड़ी है। आईए जानते हैं हार्ले कंपनी के सीईओ ने क्या बयान जारी किया है।
हार्ले और ट्रायम्फ ने रॉयल एनफील्ड पर हमला बोला: कौन बाजी मारेगा?
हार्ले-डेविडसन के चेयरमैन, प्रेसिडेंट और CEO, जोखन ज़ाइट्ज़ ने अपने 2023 के जुलाई महीने के आर्निंग्स कॉल में भारतीय बाजार को लेकर एक बड़ा बयान दिया। वह बोले, “अब तक केवल एक ही प्रतियोगी था जिसने बाजार पर कब्जा किया था, हम उसे तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।”
बाज़ार में आयेगा मोड़
बाजार की पूर्व-दृष्टि में रॉयल एनफील्ड ने मिड-वेट प्रीमियम सेगमेंट में कमजोर प्रतियोगी के कारण अब तक कोई प्रभाव नहीं देखा है। लेकिन आने वाले वित्तीय वर्ष में कहानी में मोड़ आ सकता है।
ये है असल सत्य
अंतिम कटौती हार्ले-डेविडसन और ट्रायम्फ के लॉन्च से इंडस्ट्री की प्रीमियमिजेशन में वृद्धि होगी। पहले, जब भी इनपुट-कोस्ट में वृद्धि होती, ROYAL ENFIELD अपनी मूल्य वृद्धि कर लेता था। अब प्रतियोगियों में वृद्धि के बाद, RE में भी मूल्य निर्धारण को ध्यान से किया जाएगा।
महत्वपूर्ण जानकारी की तालिका:
- मिड-साइज मोटरसाइकिल बाजार: लगभग 10 लाख यूनिट्स, 5 साल में 1.5 से 2 मिलियन तक बढ़ने की संभावना।
- 500cc-800cc बाजार: पिछले 5 साल में 5X वृद्धि, 350cc में कोई वृद्धि नहीं।
FAQs:
- क्या रॉयल एनफील्ड ने नये प्रतियोगी के कारण किसी प्रभाव को महसूस किया है?
- अब तक, नहीं।
- हार्ले-डेविडसन और ट्रायम्फ की लॉन्च से इंडस्ट्री पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- इससे इंडस्ट्री की प्रीमियमिजेशन में वृद्धि होगी।
- आगामी समय में रॉयल एनफील्ड की आगे की योजना क्या है?
- मूल्य निर्धारण को ध्यान से देखा जाएगा और लंबे समय तक की प्रतीक्षा को सीमित किया जाएगा।