Adani Group पर भारतीय शेयर बाजार की नियामक कंपनी SEBI ने अपना कड़ा रुख दिखाया है और अदानी समूह में शामिल कई कंपनी को एडिशनल सर्विलांस में रखा है. अब अदानी समूह के कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज, अदानी पोर्ट्स, अंबुजा सीमेंट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के एडिशनल सर्विलांस में रहेंगे.
NSE के सर्विलांस से क्या होगा असर.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा यह कार्य आम निवेशकों को बचाने के लिए और उन को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किया जाता है और इस बार भी इसका मकसद वही है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के इस कदम से शेयर की कीमतों में भारी उतार-चढ़ाव पर अंकुश लग सकेगा.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज कंपनी बोनस, डिविडेंड, स्टॉक स्प्लिट खुद फैसले ले सकेगी. जरूरत पड़ने पर लिए गए इन फैसलों के वजह से इसका सीधा असर और फायदा आम निवेशकों को होगा जिन्होंने बाजार में इन्वेस्ट कर रखा है.
Adani Ports शेयर
अदानी पोर्ट शेयर महज कुछ ही दिनों में 45% तक टूट गए हैं. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के आने के बाद कंपनी के शेयर समुंदर में चलते हुए आइसबर्ग से टकराने जैसे बर्बाद होते चले गए हैं. और महाराज 5 दिनों में इसके शेयर रखने वाले निवेशकों को इतना नुकसान हुआ है कि उनका लगाया हुआ पैसा सीधा आधा हो गया है.
Adani Enterprise के शेयर
अदानी एंटरप्राइजेज शेयर महज एक दिन में 26% से ऊपर टूट गए और 5 दिनों में निवेशकों के लगभग 60% पैसे को स्वाहा कर दिया. रिपोर्ट के बाद इस शेयर में भी गिरावट बहुत तेजी से जारी है.
Ambuja Cements के शेयर
5.81% के उछाल के साथ अंबुजा सीमेंट करते और कल बंद हुआ और यह तब हो पाया जब कंपनी के तरफ से यह बयान दिया गया है कि किसी प्रकार की बड़ी बिकवाली कंपनी के अंदर नहीं हो रही है. हालांकि महज 5 दिनों में अंबुजा सीमेंट के शेयर 20% से ज्यादा टूट चुके हैं.
निवेशकों को फ़ायदा
बाजार नियामक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा लिए गए एडिशनल सर्विलांस के वजह से शेयर बाजार में जब इन शेयरों की कीमत एकाएक तेजी से अप्रत्याशित रूप में गिरेगी तब इन पर अंकुश या ट्रेडिंग रोकने का भी अधिकार रहेगा जिसके वजह से निवेशकों को बचाने में मदद मिलेगा.