धारावी, जिसे दुनिया का एक सबसे बड़ा स्लम कहा जाता है, अब एक नई शुरुआत की ओर बढ़ रहा है। अरबपति गौतम अडानी की कंपनी, अडानी प्रॉपर्टीज ने मुंबई के स्लम पुनर्वास प्राधिकरण के साथ ज्वाइंट वेंचर की घोषणा की है। इस ज्वाइंट वेंचर के माध्यम से धारावी के पुनर्विकास का मिशन आगे बढ़ाया जाएगा।
यह निर्णय उस समय लिया गया जब धारावी प्रोजेक्ट कानूनी विवाद में फंसा हुआ है। इस परियोजना के विकास में अडानी समूह की भूमिका को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं।
खबर समझिए
- अडानी प्रॉपर्टीज और धारावी पुनर्वास प्राधिकरण के ज्वाइंट वेंचर का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- इस ज्वाइंट वेंचर का मुख्य उद्देश्य धारावी के पुनर्विकास का कार्य करना है।
- धारावी प्रोजेक्ट में कौन-कौन सी कंपनियां बोली लगा रही थीं?
- धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए अडानी समूह के अलावा दुबई स्थित सेकलिंक टेक्नोलॉजीज कॉर्पोरेशन भी बोली लगा रही थी।
- अडानी समूह ने धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए कितनी बोली लगाई थी?
- अडानी समूह ने इस परियोजना के लिए 610 मिलियन डॉलर की बोली लगाई थी।
- धारावी के स्लम का आकार कितना है?
- धारावी के स्लम का आकार न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क के आकार का लगभग तीन-चौथाई है।
इस तरह, धारावी के पुनर्विकास की दिशा में एक नई शुरुआत हो रही है और आशा है कि इससे धारावी के निवासियों को बेहतर जीवन की सुविधाएं मिलेंगी।