अमरनाथ यात्रा हिन्दुओं के सबस पवित्र स्थलों में से क माना जाता है। हर वर्ष लोग लाखों की संख्या में दर्शन को पहुंचते हैं। यात्रा क दौरान लोगों को कई प्रकार के कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसी करा में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बीकन कश्मीर की लिद्दर घाटी के बर्फ से ढके हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर तक सड़क सुधारने का कार्य किया गया है। जिसके बाद सोमवार को पहली बार वाहन अमरनाथ गुफा तक पहुंचे। गांदरबल जिले में बालटाल शिविर के मिलने से दोमेल से अमरनाथ गुफा तक सड़क का कार्य पूरा हो पाया है।
2 नवंबर को, बीआरओ ने एक पोस्ट में लिखा कि मंदिर तक बालटाल सड़क के कार्य खत्म होने बाद यात्री मोटर वाहन पहली बार पवित्र गुफा तक पहुंच पाए हैं। ये कार्य केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी द्वारा सड़क निर्माण के घोषणा के बाद ही पूर्ण हुआ है।
अमरनाथ मंदिर लगभग 13,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। अब तीर्थयात्री लिद्दर घाटी के पहलगाम या सोनमर्ग के माध्यम से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। बालटाल और मंदिर के बीच की 14 किमी की दूरी आमतौर पर पैदल आठ घंटे में या टट्टू पर छह घंटे से भी कम समय में तय की जाती है।