अमेज़न जल्द ही भारत में एक नई योजना शुरू करने वाला है जिसके तहत सस्ते, बिना ब्रांड वाले फैशन और लाइफस्टाइल उत्पादों पर ज़्यादा ध्यान दिया जाएगा। अमेरिकी ई-कॉमर्स दिग्गज भारतीय बाजार में किफायती उत्पादों की बढ़ती मांग का फायदा उठाना चाहता है।
अमेज़न बाज़ार: मकसद और योजना
अमेज़न बाज़ार पर विक्रेता उत्पादनों को लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं। कंपनी विक्रेताओं से ₹600 से कम कीमत वाले बिना ब्रांड के उत्पाद, जैसे कपड़े, घड़ियां, जूते, गहने और बैग इत्यादि बेचने को कह रही है। यहाँ
इस बाजार में पहले से ही सॉफ्टबैंक द्वारा समर्थित मीशो अपनी अच्छी पकड़ बनाए हुए है, जबकि वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट की शॉप्सी भी एक प्रमुख खिलाड़ी है। मुकेश अंबबानी के नेतृत्व वाली रिलायंसइंडस्ट्रीज भी किफायतीमंच अजियो स्ट्रीट पर काम कर रही है।
विक्रेताओं के लिए फायदेमंद
अमेज़न के दस्तावेजों के अनुसार “बाज़ार अमेज़न पर एक नया स्टोर है जहां आप अपने फैशन और लाइफस्टाइल उत्पादों को बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के ऑनलाइन बेच सकते हैं, जिससे आपका व्यवसाय अधिक लाभदायक बनने वाला है।”
डिलीवरी और मूल्य निर्धारण
योजना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि अमेज़न बाज़ार उत्पादों की डिलीवरी का समय दो से तीन दिन होने की संभावना है, जो प्राइम मेंबरों को दी जाने वाली तेज़ डिलीवरी के वादे से अलग है। अत: सस्ती कीमत वाले उत्पादों पर विक्रेताओं से कोई रेफ़रल शुल्क नहीं लिया जाएगा।
मीशो से मुकाबला
मीशो के विपरीत अमेज़न के पास बड़े वेयरहाउस और लॉजिस्टिक्स सुविधाएं हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि असेज़ॅन इस नई पहल से कम कीमत वाले उत्पादों के बाजार में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है, और मीशो जैसे प्लेटफॉर्म्स को सीधी टक्कर देना चाहता है।
क्यामिशन मॉडल पर नहीं होगा जोर
विशेषज्ञों के अनुसार, होमकेयर जैसे क्षेत्रों में मौजूदा ईकॉमर्स प्लेटफार्मों का उच्च कमीशन मॉडल काम नहीं कर पाता है। असेज़ॅन बाज़ार के साथ, कंपनी भारत में नए उपयोगकर्ताओं को अपनी ओर आकर्षित करना चाहती है। अमेज़न बाज़ार पर विक्रेताओं के लिए इज़ी शिप सेवा के लिए भी कोई क्लोजिंग फीस नहीं होगी।