देश में एक्सप्रेस वे के बनने के साथ ही लोगों के सफर को नई रफ्तार मिलनी शुरू हो गई है. कई मुख्य शहरों को अब महज एक्सप्रेसवे के जरिए आसानी से बिना रुके पहुंचा जा सकता है. दिल्ली को जोड़ने के लिए कम से कम दर्जनभर एक्सप्रेस वे तैयार हो चुके हैं जो किसी ना किसी कनेक्टर से अन्य प्रमुख शहरों को जोड़ते हैं.
देश में वाहनों के चेकिंग में एक और कैंपेन हुआ चालू.
अब देशभर में एक्सप्रेस वे पर चढ़ने से पहले ट्रैफिक विभाग के द्वारा वाहन चेकिंग में मुख्य रूप से गाड़ी के टायरों की चेकिंग की जाएगी. किसी भी प्रकार से जिसे हुए टायर या वैसे टायर जिनकी 0 फ़ीसदी उपयोगिता खत्म हो चुकी है उन्हें एक्सप्रेस-वे पर नहीं चढ़ने दिया जाएगा.
खराब टायर के वजह से हो रहा है हादसा.
हाल ही के दिनों में एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसों के ऊपर जब सर्वे किया गया तब पता चला कि अधिकांश एक्सप्रेस वे पर हादसे खराब टायर के वजह से हुए हैं. इन हादसों में मुख्य रूप से टायर के पंचर हो जाने या फट जाने की वजह से हुआ है।
हादसों को रोकने के लिए अब नियमित तौर पर चैंपियन भारत के सभी एक्सप्रेसो पर चालू किया जाएगा । अभी इस कैंपेन को समृद्धि महामार्ग एक्सप्रेस वे पर शुरू किया गया है जिसमें यह पता चला कि 26% दुर्घटनाएं केवल टायर पंचर और टायर फटने की वजह से हुए हैं।