सरकार के द्वारा किया जा रहा है प्राइवेटाइजेशन
सरकार के द्वारा बैंक का प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है। ऐसे में इससे संबंधित कई तरह की खबरें सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निजी करण का काम जोर-शोर से चल रहा है और सरकार जल्द से जल्द इसे पूरा करना चाहती है। हालांकि सरकारी कर्मचारियों के द्वारा इसपर नाराजगी व्यक्त की जा रही है। सरकारी कर्मचारी बैंक निजीकरण का विरोध कर रहे हैं
बताते चलें कि इस निजीकरण के दौरान बैंकों की संख्या 27 से घटकर 12 रह गई है। इन बैंकों के प्राइवेटाइजेशन को लेकर अभी किसी तरह की बात नहीं चल रही है और ऐसा माना जा रहा है कि इन्हें प्राइवेट नहीं किया जाएगा।
इन बैंकों को प्राइवेटाइजेशन से रखा गया है बाहर
बताते चलें कि नीति आयोग की तरफ से एक लिस्ट जारी की गई है जिसमें कहा गया है कि चुनिंदा बैंकों को प्राइवेट नहीं किया जाएगा। इनमें केनरा बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक और इंडियन बैंक शामिल हैं।