सोच समझकर करें दोस्ती
कोई भी इंसान अपनी उचित व्यवहार और उत्कृष्ट सोच के साथ अपने व्यक्तित्व में निखार लाता है। माता पिता के द्वारा दी गई शिक्षा तो अहम होती ही है लेकिन जब वो खुद संसार को फेस करता है तो उसे खुद को पालन पड़ता है। उसे अपने जीवन में किन चीजों को एंट्री देनी है और किन्हें नहीं इसकी समझ आवश्यक है।
अगर आप अपने व्यक्तित्व की चमक जारी रखना चाहते हैं तो आप किन लोगों के साथ रहते हैं और किन लोगों के साथ रहना चाहिए, इन दोनों बातों में फर्क पता होना चाहिए। संगति में ताकत होती और वह किसी को आसमां तक पहुंचा सकती है तो किसी को नीचे पटक भी सकती है।
व्यक्ति के चुनाव की कला में होना होगा माहिर
लोगों के चुनाव की कला आपको भीड़ में अलग और जीवन में आगे बढ़ने के साथ साथ आपके नैतिक मूल्यों की रक्षा में भी सहयोगी होती है। एक आदर्श जीवन के लिए यह काफी जरूरी है कि आपमें यह क्षमता हो कि आपके व्यक्तित्व के लिए सही इंसान को अपने जीवन में रख पाएं और जो सही नहीं है उससे दूरी बना सकें।
इसका यह अर्थ नहीं कि किसी छोटी सी बात के लिए आप किसी व्यक्ति से अपनी वर्षों की दोस्ती तोड़ दें। इसके बदले आप उन्हें उनकी गलती का अहसास कराएं और समझने सुधरने का मौका दें।
कुछ निशानियां जिन्हें पाकर व्यक्ति से बना लें दूरी
ऐसी कई आदतें हैं जिनसे केवल आपका समय और एनर्जी नष्ट होता है और इंसान का व्यक्तित्व नीचे गिरता जाता है। कुछ लोग दूसरों की बुराई करने में बड़े माहिर होते हैं और हर बात में कोई न कोई बुराई देख ही लेते हैं।
इस बात का ध्यान रखें कि दूसरों की बुराई करना खुद से प्रेम और सराहना की क्षमता को कम करता है। इसके बदले जल्द ही यह समझना जरूरी है कि कोई भी परफेक्ट नहीं होता। लोगों की छोटी छोटी तारीफ़ करके हम उनके चेहरे की खुशी में अपना सुकून ढूंढ सकते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को अहमियत न दें जो हमेशा ही दूसरों की अच्छाई में भी बुराई ढूंढ लेते हैं।
जो काम आपको पसंद नहीं उसे करने के लिए फोर्स करें
कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है कि आपकी नाराजगी और नापसंदगी के बावजूद भी कई लोग आपसे वह काम करा लेते हैं जो आप कभी नहीं करना चाहते। इस तरह के लोगों से सावधान रहें क्योंकि एक दिन आप उनकी हाथों को कठपुतली बन जायेंगे। ध्यान रखें कि लोगों के प्रेमविवश अपना नापसंद काम भी करने पड़ते हैं और इसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन इसकी लिमिट जरूर तय रखें।