बिहार के 2 शहर भागलपुर और पटना. पटना जहां बिहार की राजधानी है वही भागलपुर को भी उप राजधानी का दर्जा काफी पहले से प्राप्त है. लेकिन जो नहीं मिला है वह सुविधाएं और सही दिशा की विकास है. भागलपुर से हमेशा बड़े से बड़े नेता केंद्र में का बीज रहे हैं लेकिन वह कभी अपने शहर में काबिल नहीं हो पाए.
कहने का तात्पर्य है कि अच्छे से अच्छे पोजीशन पर हमेशा भागलपुर से रहने वाले नेतागण भागलपुर के लिए बहुत कुछ स्वीकार नहीं करवा पाए. स्वास्थ्य मंत्रालय को संभालने वाले मंत्री अश्वनी चौबे के बावजूद भागलपुर को एम्स नहीं मिला. उड्डयन मंत्रालय को समय पर संभालने वाले शाहनवाज हुसैन के रहते हुए भी भागलपुर में एयरपोर्ट को शहर के लिए नहीं बनाया जा सका.
सड़कों की स्थिति भी भागलपुर की आज के समय में वैसी नहीं है जैसे कि एक महत्वपूर्ण शहर के सड़क होने चाहिए. भागलपुर सबौर कहलगांव के नेशनल हाईवे की तस्वीरें कई बार सोशल मीडिया और इंटरनेट पर वायरल हो चुकी हैं. अभी बारिश के मौसम आने के साथ ही यह तस्वीर है फिर से वायरल होंगी क्योंकि जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नहीं है.
भागलपुर के बगल में बसे देवघर आज एम्स और एयरपोर्ट दोनों से लैस हो चुका है जबकि इसकी कवायद भागलपुर के मांग के बहुत बाद शुरू की गई लेकिन यहां पर इस सपने को साकार कर लिया गया है.
भागलपुर के लोग अक्सर नया लॉलीपॉप लेकर चुनावी रैलियों में शामिल हो जाते हैं कि इस बार यह नेता हमारे शहर का एयरपोर्ट और एम्स का सपना साकार करेगा लेकिन चुनावी डुगडुगी खत्म होने के बाद लोग अपने घर जाते हैं और नेता 5 साल के गहरी निद्रा में सो जाते हैं.
शहर के नगर निगम की बात की जाए तो आपको रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के साथ ही उसका नजारा देखने को मिलेगा. इतना ही नहीं अगर नाक ढंग से खुला रखे हैं तो शायद इतना समझ में आ जाएगा कि इससे गंदा स्वागतम और किसी शहर में नहीं हो सकता है.
पेशाब से महकती हुई रेलवे स्टेशन के अगल-बगल के इलाके लोगों के साथ गजब का दुर्व्यवहार करते हैं. ऐसा नहीं है कि यह मैं लिख रहा हूं तब आपको यह पता चल रहा है बल्कि यह भागलपुर शहर में पिछले 12 साल से जब से मैं रह रहा हूं तब से इस समस्या को देख रहा हूं.
किसी आलाकमान के आने से पहले अगल-बगल के इलाकों में ब्लीचिंग पाउडर की छिड़काव कर दी जाती है वही 24 जवानों को तैनात कर दिया जाता है कि कोई इस इलाके में हिसाब ना कर दे लेकिन आलाकमान के जाने के साथ ही फिर से रखिए जीवन जीने के लिए सुविधाओं और व्यवस्थाओं को नदारद कर दिया जाता है.
भागलपुर में एयरपोर्ट के लिए बढ़िया जगह उपलब्ध ना होने का हवाला देकर अब भागलपुर देवघर मार्ग को दुरुस्त करने की कवायद की जा रही है. लोगों को बताया जा रहा है कि देवघर एयरपोर्ट महज 1 घंटे से डेढ़ घंटे में पहुंचा जा सकेगा और इसके लिए एक्सप्रेसवे के जैसी भागलपुर देवघर कनेक्टिविटी बनाई जाएगी.
इस एक्सप्रेस वे कनेक्टिविटी से भागलपुर के लोगों को एम्स और एयरपोर्ट दोनों का एक साथ मिलेगा जिसके लिए अभी लोगों को पटना तक का सफर पूरा करना पड़ता है वहीं एयरपोर्ट के सुविधा का लाभ लेने के लिए लोगों को सिलीगुड़ी के बागडोगरा एयरपोर्ट का या फिर पटना जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट का सहारा लेना होता है.