मशहूर CBSE Board ने अपनी नई स्कीम का ऐलान कर दिया है। अब 10th और 12th के छात्रों को साल में दो बार बोर्ड एग्जाम की तैयारी करनी होगी। चलिए, इस नई प्लानिंग के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1. नई योजना की शुरुआत कब से?
CBSE ने इस नई योजना को 2025-26 सेशन से लागू करने का फैसला लिया है। जनवरी 2026 में पहला एग्जाम और अप्रैल 2026 में दूसरा एग्जाम होगा।
2. छात्रों के लिए क्या है ऑप्शन?
छात्र अब दोनों एग्जाम में बैठ सकते हैं या अपनी सुविधा के हिसाब से कोई एक एग्जाम दे सकते हैं। जो छात्र दोनों एग्जाम देंगे, वे अपने बेहतर प्रदर्शन वाले रिजल्ट का इस्तेमाल कर सकेंगे।
3. स्कूल प्रिंसिपल्स की राय
शिक्षा मंत्रालय के स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने 10,000 से ज्यादा स्कूल प्रिंसिपल्स से सलाह ली। ये मीटिंग्स ऑनलाइन और फिजिकल दोनों माध्यमों में हुईं।
4. एजुकेशन डिपार्टमेंट के सामने रखे गए तीन ऑप्शन
- पहला ऑप्शन: उच्च शिक्षा के सेमेस्टर सिस्टम की तरह हर सेमेस्टर के अंत में आधे-आधे सिलेबस की परीक्षा (सितंबर और मार्च में)।
- दूसरा ऑप्शन: मार्च-अप्रैल में बोर्ड एग्जाम के बाद, जुलाई में सप्लीमेंट्री एग्जाम की जगह फुल बोर्ड एग्जाम।
- तीसरा ऑप्शन: JEE Mains की तरह जनवरी और अप्रैल में पूरे सिलेबस की दो बार परीक्षा।
5. प्रिंसिपल्स की फेवरेट पसंद
ज्यादातर प्रिंसिपल्स ने तीसरे ऑप्शन को सपोर्ट किया। सेमेस्टर सिस्टम को खारिज कर दिया गया और जुलाई की परीक्षा वाले ऑप्शन को इसलिए नहीं चुना क्योंकि इससे छात्रों को साल बचाने या उच्च शिक्षा में एडमिशन का फायदा नहीं मिलेगा।
6. 2025-26 में पुराना सिलेबस रहेगा जारी
नई सिलेबस की किताबें आने में 2 साल लगेंगे। ये किताबें 2026-27 सेशन में उपलब्ध होंगी। इसलिए 2025-26 के एग्जाम पुराने सिलेबस पर ही होंगे, ताकि छात्रों को नए पैटर्न के साथ एडजस्ट होने का समय मिल सके।