भारतीय रेलवे जल्द ही दिल्ली से कश्मीर तक नई ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है, जो यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। यह परियोजना कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लंबे इंतजार को खत्म करेगी। इन ट्रेनों को अगले साल लॉन्च किए जाने की संभावना है, जिससे हिमालय के कठिन इलाकों को पार कर कश्मीर तक पहुंचने का सपना पूरा होगा।
दिल्ली से कश्मीर तक सीधी ट्रेनें
रेल मंत्रालय के अनुसार, नई दिल्ली से कश्मीर तक पांच स्लीपर एसी ट्रेनें चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में अत्याधुनिक सुविधाएं, जैसे ऑन-बोर्ड हीटिंग सिस्टम और जीरो डिग्री से कम तापमान में डीफ्रॉस्टिंग की व्यवस्था होगी। ट्रेनें बर्फबारी के मौसम में भी सुचारू रूप से चल सकेंगी। हर गाड़ी में 22 कोच होंगे, और ये ट्रेनों का निर्माण पूरा हो चुका है। इसे अगले साल जनवरी में लॉन्च किया जा सकता है।
सुरक्षा इंतजाम होंगे पुख्ता
जम्मू और कश्मीर की संवेदनशील स्थिति को देखते हुए इन ट्रेनों में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यात्रियों को बोर्डिंग से पहले हवाई अड्डे जैसी सुरक्षा जांच प्रक्रिया से गुजरना होगा। इसके अलावा, कोचों को सैनिटाइज किया जाएगा और बर्फ के जमाव को रोकने के लिए पहियों और इंजन को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है।
कश्मीर-कन्याकुमारी लिंक
इस परियोजना का उद्देश्य न केवल कश्मीर को दिल्ली से जोड़ना है, बल्कि इसे कन्याकुमारी तक विस्तारित करना भी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, कश्मीर से कन्याकुमारी तक ट्रेनें जल्द ही चलने लगेंगी, जिससे भारत के उत्तर और दक्षिण को एक साथ जोड़ने का सपना पूरा होगा।
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना (यूएसबीआरएल)
यह परियोजना 272 किलोमीटर लंबी है, जिसे 1994-95 में मंजूरी मिली थी। हालांकि, भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक समस्याओं के कारण इसमें देरी हुई। इस परियोजना की मौजूदा लागत 37,500 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। इस रूट पर स्थित 359 मीटर ऊंचा चिनाब पुल पहले ही प्रसिद्ध हो चुका है।