Rupees vs Dollar: रसातल में जा रहा भारतीय रुपया, 21 दिनों में सातवीं बार डॉलर पहुंचा 83 के पार
सितुएशन गंभीर: रुपया 83.15 पर
रुपया बृहस्पतिवार को 83.15 पर पहुंच गया, जिससे संकेत मिला कि घरेलू मुद्रा पर अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों का भारी असर पड़ा है।
विदेशी मुद्रा और तेल के दाम का असर
विदेशी मुद्रा के मजबूत होने का और कच्चे तेल की कीमतों के उछाल का सीधा असर रुपये पर देखा जा रहा है। इसके चलते, विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.15 पर खुला।
रुपया का सर्वकालिक निचला स्तर
बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.13 प्रति डॉलर पर अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। यहां तक कि कच्चे तेल की कीमतें भी 0.67 प्रतिशत गिरकर 89.44 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
विदेशी निवेशकों की भूमिका
विदेशी संस्थागत निवेशक बीच-बीच में शुद्ध बिकवाली कर रहे हैं, जिससे रुपया पर और भी दबाव बढ़ रहा है।
अंतिम टिप्पणी: मुद्रा स्थिति कोई भी सुधार के बिना
रुपये की इस गिरावट को देखते हुए, जरूरी है कि सरकार और मौद्रिक नीति में द्रष्टिकोण में बदलाव लाया जाए।
महत्वपूर्ण जानकारी (Important Information Table)
मुद्दा | आंकड़ा |
---|---|
रुपया Vs डॉलर | 83.15 |
ब्रेंट क्रूड वायदा | 89.44 डॉलर |
डॉलर सूचकांक | 104.85 |
विदेशी निवेश | -3,245.86 करोड़ |
सेंसेक्स | 65,880.52 |
रुपये की यह स्थिति नजरअंदाज़ नहीं की जा सकती है, और इसे सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।