सकारात्मक वृहद आर्थिक आंकड़ों से निवेशक धारणा मजबूत होने से बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 39 पैसे की बढ़त के साथ 82.36 प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 82.54 प्रति डॉलर पर खुला। बाद में यह 82.36 प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद स्तर की तुलना में 39 पैसे की बढ़त है।
बुधवार को रुपया 82.75 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
घरेलू वृहद आर्थिक आंकड़ों के मोर्चे पर केंद्र का राजकोषीय घाटा 2022-23 में घटकर जीडीपी का 6.4 प्रतिशत रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 6.71 प्रतिशत था। इसके अलावा बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.1 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। पूरे वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही है।
इस बीच, छह अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत टूटकर 104.23 पर आ गया।
सस्ता हो गया कई जगह का खर्च.
डॉलर के कमजोर और रुपए के मजबूती के वजह से लोगों को विदेशी खर्चों में राहत मिलेगी. जो लोग भी इंटरनेशनल पेमेंट करते हैं उन्हें अपने खाते में कम भारतीय रुपए कमाने होंगे.
विदेश यात्रा पर गए हुए भारतीय लोगों को भी इसका सीधा फायदा मिलेगा वही विदेशों से खरीदे जाने वाले सामान के मूल्यों में भी गिरावट देखने को मिलेगी.
अंतरराष्ट्रीय वेबसाइटों से इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या अन्य सामान खरीदने वाले खर्चों पर भी इसका सीधा असर होगा और पहले के मुकाबले अब कम रुपए चुकाने होंगे.