1 जून से दुबई में सिंगल-यूज़ बैग्स पर बैन लागू होते ही शॉपर्स ने नए तरीकों से शॉपिंग करनी शुरू कर दी है। मॉल्स और सुपरमार्केट्स में लोग अपने हाथों में सामान उठाते, ट्रॉलीज़ का उपयोग करते और री-युज़ेबल बैग्स खरीदते नज़र आए।
फैज़ा इदरिसी की कहानी
फ़ैज़ा इदरिसी, अल गारहौद निवासी, जो 1 जून को दीरा सिटी सेंटर में शॉपिंग कर रही थीं, ने बताया, “हमने इस बारे में न्यूज़ में पढ़ा था, लेकिन हमें याद नहीं रहा। लेकिन जैसा कि यह पहल पर्यावरण की मदद करती है, हमने काउंटर पर उपलब्ध बैग्स नहीं खरीदे। हमने सब कुछ कार्ट में डाल दिया और कार में लोड कर लिया।”
नई आदतों की सीख
फ़ैज़ा ने कहा, “यह हमारे लिए एक सीख है और हम अब से जब भी शॉपिंग करेंगे, अपने बैग्स साथ लाएंगे।”
घदा एल मसरी का अनुभव
द सर्व हब की हॉस्पिटैलिटी एग्जीक्यूटिव घदा एल मसरी ने बताया कि वह आमतौर पर शॉपिंग बैग्स साथ रखती हैं, लेकिन आज अस्पताल में डॉक्टर के अपॉइंटमेंट के कारण वह बैग्स नहीं ला पाई। घदा ने दीरा के अल घुरैर मॉल में शॉपिंग करते हुए कहा, “काउंटर पर खरीदा हुआ Dh2 का री-युज़ेबल बैग काफ़ी स्टर्डी है और मैं इसे भविष्य में उपयोग करूंगी।”
फातिमा की तैयारी
कुछ लोग पहले से ही इस बदलाव के लिए तैयार थे। दुबई निवासी फातिमा M, जो यूनियन को-ऑप में शॉपिंग कर रही थीं, ने बताया, “मैं पिछले साल से ही शॉपिंग के लिए अपने बैग्स लाती रही हूँ क्योंकि अधिकारियों ने हमें अपने बैग्स लाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया। मैं खुश हूँ कि उन्होंने इसे अधिक सख्ती से लागू किया।”
पेपर बैग्स की ओर रुझान
रेटेलर्स का नया कदम
कुछ रिटेलर्स ने अपने ग्राहकों को उनके ख़रीदे हुए प्रोडक्ट्स ट्रांसपोर्ट करने के वैकल्पिक उपाय देने की बात कही। अल माया सुपरमार्केट्स के ग्रुप डायरेक्टर और पार्टनर कमल वचानी ने कहा, “1 जून से कोई सिंगल-यूज़ बैग का उपयोग नहीं होगा। पहला कदम सिंगल-यूज़ पॉलीबैग्स से पेपर बैग्स (मल्टी-यूज़ पॉसिबिलिटी) की ओर बढ़ना होगा। ये बैग्स दो साइज में उपलब्ध होंगे और इनका चार्ज लिया जाएगा।”
री-युज़ेबल क्लॉथ बैग्स की पेशकश
यूनियन को-ऑप ने बताया कि उन्होंने अपने सुपरमार्केट्स से सभी सिंगल-यूज़ बैग्स को बैन कर दिया है और वह पहले से ही इको-फ्रेंडली ऑप्शन्स जैसे मल्टीपल-यूज़ क्लॉथ बैग्स और अन्य प्रतिस्पर्धी कीमतों पर प्रस्तावित कर रहे हैं।
री-युज़ेबल बैग्स को अपना कर दुबई में शॉपिंग का तरीका बदल रहा है और जनता के बीच पर्यावरण सुरक्षा का नया संदेश फैल रहा है।