सब्सिडी की समाप्ति, बकाया भुगतान नहीं होने और बाजार में हिस्सेदारी में गिरावट के चलते सात प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण कंपनियों को ₹9000 करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया है। इस बारे में सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक वेहिकल्स (एसएमईवी) ने हाल ही में जानकारी दी है।
सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण कंपनियों से पहले दी गई सब्सिडी की वापसी की मांग की है। एसएमईवी के चार्टर्ड अकाउंटेंट के ऑडिट से पता चला है कि इस संकट से प्रभावित कंपनियों का कुल नुकसान ₹9000 करोड़ से अधिक हो सकता है।
एसएमईवी के ‘चीफ एवान्जलिस्ट’, श्री संजय कौल ने जताया कि इस नुकसान के चलते कई कंपनियां संकट में हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्री महेंद्र नाथ पांडे को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर ध्यान दिलाने की कोशिश की है।
आखिरकार, सरकार ने हीरो इलेक्ट्रिक, ओकिनावा ऑटोटेक, एम्पीयर ईवी, रिवोल्ट मोटर्स, बेनलिंग इंडिया, एमो मोबिलिटी और लोहिया ऑटो जैसी कंपनियों से सिब्सडी वापसी की मांग की है।
सारांश: सब्सिडी के अबाव और बाजार में हिस्सेदारी में गिरावट के कारण सात इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण कंपनियों को ₹9000 करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया। एसएमईवी ने इस बारे में जानकारी दी है, और सरकार ने कुछ प्रमुख कंपनियों से सिब्सडी की वापसी की मांग की है।