आप किसी भी प्रकार का गाड़ी चला रहे हैं तो ध्यान रखें कि अगर आपकी गाड़ी 2023 की खरीदी हुई नहीं है और पुराने मानक की है तो आपको अपनी गाड़ी के इंजन में जल्द बदलाव कराना पड़ेगा अन्यथा आपको अपना गाड़ी ही बदलना पड़ सकता है।
देश में बदल चुका है पेट्रोल।
अब आप किसी भी पेट्रोल पंप पर जाते हैं और पेट्रोल खरीदते हैं तो ध्यान रखें कि आपको केवल पेट्रोल नहीं मिलता है बल्कि पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिलाया हुआ पेट्रोल मिलता है। सरकार ने एथेनॉल ब्लेंडिंग को 20% करके 2025 तक देश भर के सारे पेट्रोल पंप को इस श्रेणी में लाने का आदेश जारी कर चुका है।
लगभग 11.5% का सफलतापूर्वक पेट्रोल पंप पर E२० पेट्रोल पहुंचाने का कार्य शुरू हो चुका है। इस पेट्रोल में 20% एथेनॉल का मिश्रण होता है और यह पूरे देश भर में सारे पेट्रोल पंप पर 2025 तक अनिवार्य रूप से लागू होगा।
मौजूदा गाड़ियां नहीं है ऐसे इथेनॉल मिलाकर चलने के लायक।
जो पुरानी गाड़ियां है वह केवल पेट्रोल डीजल के लिए बनी हुई है। अब इन पेट्रोल में एथेनॉल की ब्लेंडिंग की जा रही है जिसके वजह से यह गाड़ियां अब पहले की तुलना में कम माइलेज दे रहे हैं और साथ ही साथ इंजन को भी पहुंच रहा है।
नई गाड़ियां लेना या इंजन में बदलाव है एकमात्र विकल्प।
फ्लेक्स फ्यूल के लायक अभी गाड़ियां पूर्ण रूप से तैयार नहीं हुई है और इसकी अभी मार्केट कीट फिटिंग नहीं आई है हालांकि नितिन गडकरी ने कहा है कि जल्द ही पुराने वाहनों के लिए भी ऐसे फिटमेंट बाजार में उपलब्ध होंगे।
नई गाड़ियां पहले से ही अनिवार्य रूप से भारत में अब फ्लेक्स फ्यूल के लिए बनाई गई हैं जिसका फायदा यह है कि इन गाड़ियों में इथेनॉल ब्लेंड पेट्रोल से ज्यादा माइलेज लेंगी और साथ ही साथ लंबे समय के रनिंग में गाड़ियों में किसी भी प्रकार का इंजन में खराबी भी नहीं आएगा।