भारत और यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (EFTA) – जिसमें Iceland, Liechtenstein, Norway, और Switzerland शामिल हैं – ने रविवार को एक महत्वपूर्ण Free Trade Agreement (FTA) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य निवेश बढ़ाना और वस्तुओं तथा सेवाओं के द्विपक्षीय व्यापार को सुगम बनाना है।
मुख्य आकर्षण:
- उत्पादों की कीमतें घटेंगी: इस समझौते के फलस्वरूप, Swiss watches, chocolates और अन्य यूरोपीय उत्पाद भारतीय बाजार में सस्ते हो जाएंगे।
- निवेश में वृद्धि: EFTA ने आगामी 15 वर्षों में भारत में 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता व्यक्त की है, जो आर्थिक विकास को नई गति प्रदान करेगा।
- आधुनिक व्यापार करार: वाणिज्य मंत्री Piyush Goyal ने इसे भारत और विकसित देशों के समूह के बीच पहला आधुनिक व्यापार करार बताया।
- डिजिटल और इनोवेशन की दिशा में कदम: FTA के तहत digital trade, banking, financial services और pharma जैसे क्षेत्रों में नवाचार और सहयोग की नई संभावनाएँ खुलेंगी।
- बढ़ते रोजगार के अवसर: इस समझौते से भारत में नए रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है, जिससे आर्थिक प्रगति को बल मिलेगा।
Prime Minister Modi ने इस समझौते को एक महत्वपूर्ण प्रगति के रूप में सराहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह समझौता भारतीय बाजार में यूरोपीय उत्पादों की कीमतों को कम करेगा और देश में 100 अरब डॉलर का निवेश लाएगा।