नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 9 और 10 सितंबर, 2023 को होने जा रहे G20 शिखर सम्मेलन के आस-पास भारतीय उद्योगों में बढ़ती उम्मीदें हैं। चाहे वो रियल एस्टेट हो, एग्रीकल्चर या एजुकेशन, हर क्षेत्र में भारी प्रगति की उम्मीद है।
रियल एस्टेट: टेक्नोलॉजी और एफडीआई का बढ़ता क्षेत्र
संजय चौधरी, इनक्यूस्पेज के संस्थापक और सीईओ, का मानना है कि शिखर सम्मेलन से भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में एफडीआई और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में वृद्धि होगी।
एग्रीकल्चर: स्थिरता और सुस्टेनेबिलिटी की ओर
आईपीएल बायोलॉजिकल के अध्यक्ष, हर्षवर्द्धन भागचंदका ने बताया कि स्थायी कृषि प्रथाओं और जलवायु परिवर्तन के नियंत्रण के लिए नई नीतियों की उम्मीद है।
शिक्षा: शैक्षिक असमानता को कम करने की दिशा में
केएल डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर कोनेरू सत्यनारायण के अनुसार, शिक्षा के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी, बुनियादी ढांचे और शिक्षक प्रशिक्षण में निवेश बढ़ेगा।
निष्कर्ष:
भारत की G20 प्रेसीडेंसी के दौरान ये तीन सेक्टर बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उनमें से हर एक में प्रगति की उम्मीद है और इसे वास्तविकता में बदलने का कार्य भी जारी है।
महत्वपूर्ण जानकारी (Important Information Table)
सेक्टर | उम्मीदें | प्रमुख व्यक्तित्व |
---|---|---|
रियल एस्टेट | एफडीआई और टेक्नोलॉजी में वृद्धि | संजय चौधरी, सीईओ, इनक्यूस्पेज |
एग्रीकल्चर | स्थायिता और जलवायु परिवर्तन पर नियंत्रण | हर्षवर्द्धन भागचंदका, अध्यक्ष, आईपीएल बायोलॉजिकल |
शिक्षा | टेक्नोलॉजी और शिक्षक प्रशिक्षण में निवेश | कोनेरू सत्यनारायण, चांसलर, केएल डीम्ड यूनिवर्सिटी |