विश्वभर में तकनीकी प्रगति की अगुआई करते हुए, एआई यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज सबसे चर्चित विषयों में से एक है। जहां इसके सार्वजनिक पहलू पर खुलकर बहस हो रही है, वहीं वैश्विक अभिजात्य वर्ग क्या सोचते हैं, यह एक उत्सुकता का विषय है।
बाहर के दुनिया की नजर से दूर, वैश्विक नेता, उद्योगपति और विचारक समुदाय एआई के प्रभाव पर गोपनीयता से चर्चा करते हैं। उनकी बातचीत में अक्सर एआई के अर्थशास्त्र और भविष्य के श्रम बाजार पर इसके प्रभाव का मूल्यांकन शामिल होता है।
एआई की विकासशील संभावनाओं को देखते हुए, नीति-निर्माणकर्ता समझते हैं कि एक जिम्मेदार, नैतिकता पर आधारित प्रणाली का निर्माण अनिवार्य है। इसके अलावा, डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी का मुद्दा भी उनके द्वारा गहन विचार-विमर्श में शामिल है।