सरकार ने गुरुवार को घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल और डीजल के निर्यात पर लगने वाले अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती की घोषणा की। कच्चे तेल के उत्पादन पर लगने वाला कर 10,200 रुपये प्रति टन से घटाकर 4,900 रुपये प्रति टन किया गया है. इसी प्रकार डीजल के निर्यात पर लगने वाले कर को 10.50 से घटाकर आठ रुपये प्रति लीटर किया है।
क्या है विंडफाल टैक्स
किसी असामान्य स्थिति की वजह से कंपनियों को होने वाले लाभ की स्थिति में सरकार द्वारा लगाए जाने वाले टैक्स को विंडफॉल टैक्स कहते हैं. फिलहाल रूस और यूक्रेन के बीच जारी संकट की वजह से तेल की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिला था. इससे कंपनियों को अप्रत्याशित मुनाफा हुआ है. सरकार ने इस अप्रत्याशित मुनाफे पर टैक्स लगाया है. इससे सरकार को अतिरिक्त आय हुई है. टैक्स की दरों की लगातार समीक्षा जारी रहती है और इससे पहले सरकार ने नवंबर के मध्य में टैक्स दरों में बदलाव किया था.
क्या हुआ पूरा मामला और जानता के छूट का.
जब कंपनी है बहुत ज्यादा मुनाफा कमा रही थी तब सरकार ने यह टैक्स बढ़ाकर अपनी झोली भर भर ली और जो मुनाफा जनता को मिल सकता था वह मुनाफा नहीं मिला.