PPF और VPF दोनों ही सरकारी योजनाएं हैं जो आपको टैक्स बचाने और अपनी रिटायरमेंट के लिए बचत करने में मदद करती हैं। PPF या पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक लोकप्रिय योजना है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करने के लिए एक अच्छा विकल्प है। VPF या वॉलंटरी प्रोविडेंट फंड EPF का एक हिस्सा है जो कर्मचारियों को EPF में जमा की गई राशि से अधिक जमा करने की अनुमति देता है।

PPF और VPF के बीच अंतर:

विशेषता PPF VPF
ब्याज दर 7.1% 8.25%
निवेश की अवधि 15 साल कोई निश्चित अवधि नहीं
न्यूनतम जमा राशि 500 रुपये कोई न्यूनतम राशि नहीं
अधिकतम जमा राशि 1.5 लाख रुपये कोई अधिकतम राशि नहीं
टैक्स लाभ EEE (जमा, ब्याज और मैच्योरिटी पर टैक्स छूट) EEE (जमा, ब्याज और मैच्योरिटी पर टैक्स छूट)

कौन सा विकल्प बेहतर है?

यह आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है। यदि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और कम जोखिम चाहते हैं, तो PPF एक अच्छा विकल्प है। यदि आप अधिक ब्याज दर चाहते हैं और अधिक जोखिम लेने को तैयार हैं, तो VPF एक अच्छा विकल्प है।

टैक्स सेविंग के लिए:

PPF और VPF दोनों ही टैक्स सेविंग के लिए अच्छे विकल्प हैं। PPF में जमा की गई राशि, ब्याज और मैच्योरिटी पर टैक्स छूट मिलती है। VPF में जमा की गई राशि और ब्याज पर टैक्स छूट मिलती है।

PPF और VPF दोनों ही रिटायरमेंट के लिए बचत करने और टैक्स बचाने के लिए अच्छे विकल्प हैं। आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है यह आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है।

यहां कुछ अतिरिक्त बातें हैं जिन पर आपको विचार करना चाहिए:

  • यदि आप पहले से ही EPF में योगदान कर रहे हैं, तो VPF में योगदान करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
  • यदि आप अपनी रिटायरमेंट के लिए अधिक बचत करना चाहते हैं, तो आप PPF और VPF दोनों में योगदान कर सकते हैं।
  • आप अपनी निवेश आवश्यकताओं के आधार पर PPF और VPF में जमा की जाने वाली राशि को समायोजित कर सकते हैं।

बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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