HDFC Merger. एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय को मंजूरी 1 जुलाई के लिए दे दी गई है. 1 जुलाई से यह दोनों संस्थाएं एक हो जाएंगे. HDFC जहां लोन सेक्टर में कार्य करती थी वही HDFC BANK बैंकिंग सेक्टर में कार्यरत है. इस मर्जर के बाद ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा इसके बारे में हमने एचडीएफसी बैंक मैनेजर से बात की और उन्होंने कई महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध करेंगे.
भारत के प्राइवेट क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक काबिल है 1 जुलाई 2023 से प्रभावी हो जाएगा एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने मंगलवार को देर शाम यह जानकारी दें.
लोगों पर इस विलय से कुछ इस प्रकार पड़ेगा असर.
- 13 जुलाई से एचडीएफसी शेयर बाजार से गैस सूची बंद हो जाएगी.
- एचडीएफसी के शेयर धारकों को एचडीएफसी बैंक के शेयर मुहैया कराए जाएंगे.
- एचडीएफसी के मौजूदा शेयरधारकों को 25 शेयर के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर दिए जाएंगे.
- एचडीएफसी बैंक 100% पब्लिक होल्डिंग में तब्दील हो जाएगी.
- मौजूदा समय में एचडीएफसी बैंक में एक बड़ी होल्डिंग एचडीएफसी लिमिटेड रखता है.
- एचडीएफसी बैंक पूंजीगत रूप से और बड़ी कंपनी हो जाएगी.
ग्राहकों का पैसा होगा और सुरक्षित.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा एचडीएफसी बैंक को सबसे सुरक्षित बैंकों की श्रेणी में रखा गया है. बैंक के कुल पूंजी बढ़ने की वजह से बैंक में रखे पैसे ग्राहकों का और सुरक्षित ठिकाना बनेंगे. किसी भी बैंक की सुरक्षा उसके स्ट्रांग बिजनेस के वजह से होती है और इस पूरे विलय प्रक्रिया में एचडीएफसी बैंक एक और बड़ा बैंक बनकर उभरेगा.