HDFC बैंक ने अपने विलय के बाद एक नई ऊंचाई को छूने की दिशा में कदम बढ़ाया है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने HDFC को IndusInd बैंक में 9.50% हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी प्रदान की है। 🏦

वित्तीय बाजार को मिली जानकारी

IndusInd बैंक ने इस महत्वपूर्ण निर्णय की सूचना सोमवार को शेयर बाजार के साथ साझा की। RBI की इस मंजूरी को विशेष शर्तों के साथ दिया गया है, जो केवल एक वर्ष के लिए वैध है।

आरबीआई की शर्तें

RBI के अनुसार, HDFC बैंक को अपनी हिस्सेदारी 9.50% से अधिक नहीं बढ़ानी है। यदि हिस्सेदारी 5% से नीचे जाती है, तो HDFC को दोबारा RBI से मंजूरी लेनी होगी।

 

हिस्सेदारी का वर्तमान आंकड़ा

IndusInd बैंक में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 16.45% है, जबकि म्यूचुअल फंड्स और बीमा कंपनियों की हिस्सेदारी क्रमशः 15.63% और 7.04% है। FPIs द्वारा सबसे ज्यादा हिस्सेदारी 38.24% है।

बैंक की मजबूत कारोबारी स्थिति

IndusInd बैंक ने हाल ही में अपनी कारोबारी मजबूती का प्रदर्शन किया है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा 17.3% बढ़कर 2,297.8 करोड़ रुपये हो गया।

शेयर से हो सकती हैं 30 प्रतिशत तक कमाई

इंडसइंड बैंक के शेयर कोरोना से पहले ₹2000 के आसपास मूल्य पर थे । अगर यह शेयर अपने पुराने भाव को छूते हैं तो मौजूद आप ₹1500 के आसपास के कीमत से ₹500 का अतिरिक्त फायदा देते हुए आसानी से 30% का मुनाफा अपने इन्वेस्टर को लौटा सकते हैं ।

एचडीएफसी बैंक का इसमें शेयर खरीदना रिटेल निवेशकों के लिए एक बढ़िया संकेत है कि वह इस share में लंबे समय के लिए पैसे लगा सकते हैं.

 

बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।

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