जोशीमठ में हो रहे प्राकृतिक आपदा के बाद अब हिमाचल में सुबह-सुबह भूकंप की खबर ने लोगों को घरों से बाहर निकलने में मजबूर कर दिया. आपको बताते चलें कि महीने भर के भीतर हिमाचल में 7 भूकंप आ चुके हैं जिसके वजह से लोगों में भूकंप और प्राकृतिक आपदा को लेकर डर है.
हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले और आसपास शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। सुबह करीब 5 बजकर 17 मिनट पर चंबा में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए, भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.2 मापी गई।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि भूकंप का केंद्र धर्मशाला से 22 किमी पूर्व में जमीन से 5 किलोमीटर गहराई में था। भूकंप की तीव्रता कम होने के कारण इसकी वजह से अभी तक किसी तरह के कोई नुकसान की खबर नहीं है। गौरतलब है कि नए साल की शुरुआत में अब तक कई बार हिमाचल प्रदेश की धरती पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
हिमाचल में एक महीने में 7 बार आया भूकंप
हिमाचल में पिछले एक माह से लगातार भूकंप के झटके लगने से लोग दहशत में हैं। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अब तक करीब सात बार भूकंप आया है। हालांकि हर बार भूकंप की तीव्रता कम रहने से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। बार-बार लग रहे भूकंप के झटकों से प्रदेशवासियों में भय का माहौल है। पांच दिन पहले यानी 09 जनवरी को मंडी जिले में 2.5 तीव्रता के भूकंप के झटके लगे थे।
भूकंप के लिहाज से अतिसंवेदनशील जोन में है हिमाचल
हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन चार व पांच में शामिल है। भूविज्ञानी इस पर्वतीय राज्य में बड़े स्तर का भूकंप आने की आशंका जता चुके हैं। वर्ष 1905 में कांगड़ा और चम्बा जिलों में आए विनाशकारी भूकंप में 10 हजार से अधिक लोग मारे गए थे।