फरवरी की शुरुआत से ही दिल्ली-एनसीआर में गर्मी का असर दिख रहा है, जबकि देश के विभिन्न हिस्सों में मौसम ने अपना रंग बदला है। तेज धूप, ठंडी सुबह-शाम की हवाएँ और कभी-कभार बारिश – ये सभी मौसम के अद्भुत रूप हमें हैरान कर रहे हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कई राज्यों में बारिश, बर्फबारी और आंधी-तूफान के अलर्ट जारी कर दिए हैं। आइए, विस्तार से जानें कि कहाँ क्या होने वाला है:
उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में मौसमी हलचल
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साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव:
उत्तर पाकिस्तान और इसके आस-पास के क्षेत्रों में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कारण उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत में मौसम में हलचल मच गई है। -
बरसात, गरज और बर्फबारी:
- अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय: 12 फरवरी को गरज, बिजली, भारी बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना है।
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम: इन क्षेत्रों में भी बारिश की उम्मीद है।
हिमालयी क्षेत्र और उत्तर भारत में बदलाव
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हल्की बारिश और बादल:
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बादल छाए रहने के कारण हल्की बारिश हो सकती है। -
कोहरे का असर:
- हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में 12 फरवरी को शीतलहर के प्रभाव से कोहरे का अनुभव हो सकता है।
- बिहार में 12 फरवरी और पश्चिम बंगाल के गंगा किनारे के इलाकों में 13 फरवरी तक सुबह घना कोहरा छा सकता है।
तापमान में उतार-चढ़ाव
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उत्तर-पश्चिम भारत:
अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में लगभग 2°C की गिरावट होने की संभावना है। -
मध्य, पूर्वी भारत और महाराष्ट्र:
- मध्य और पूर्वी भारत में अगले 24 घंटों में तापमान स्थिर रहेगा, लेकिन उसके बाद 2-4°C की कमी दर्ज की जा सकती है।
- महाराष्ट्र में भी तापमान में 2-3°C की गिरावट देखने को मिल सकती है।
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दिल्ली-एनसीआर का हाल:
- बीते 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 1°C की वृद्धि हुई है।
- राजधानी में अधिकतम तापमान 26 से 28°C और न्यूनतम तापमान 10 से 12°C रहने का अनुमान है।
- 12 से 14 फरवरी तक दिल्ली-एनसीआर में आसमान साफ रहेगा, दिन में तेज धूप के साथ गर्मी का अनुभव होगा, जबकि सुबह और शाम में ठंडक बनी रहेगी।
- दोपहर में 18-20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओं का प्रभाव देखा जाएगा।
देशभर में बदलते मौसम के साथ, चाहे आप दिल्ली-एनसीआर में हों या उत्तर-पश्चिम, पूर्वोत्तर, हिमाचल या बिहार में, अपने दिनचर्या की योजना मौसम के अनुसार बनाएं। IMD के अलर्ट्स और स्थानीय मौसम की खबरों पर नजर रखें ताकि आप किसी भी अप्रत्याशित बदलाव के लिए तैयार रह सकें।