दोस्तों, अगर आप टैक्सपेयर्स हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। आने वाले महीने में आयकर विभाग बड़ी संख्या में नोटिस जारी करने की तैयारी में है। इससे कई लोग टैक्स के दायरे में आ सकते हैं और उन्हें अपने आयकर रिटर्न की फिर से जांच का सामना करना पड़ सकता है।
क्या है मामला?
सरकार ने बजट में नए नियमों की घोषणा की है, जिसके अनुसार टैक्स अधिकारी अब केवल पिछले 5 साल के रिकॉर्ड की ही दोबारा जांच कर सकते हैं, बशर्ते कि छुपाई गई आय 50 लाख रुपये या उससे अधिक हो। पहले यह सीमा 10 साल थी और 50 लाख रुपये से कम आय के लिए 3 साल थी। ये नए नियम 1 सितंबर, 2024 से लागू होंगे, जिसका मतलब है कि टैक्स अधिकारियों के पास 31 अगस्त, 2024 तक ही पुराने मामलों में नोटिस भेजने का समय बचा है।
कितने पुराने मामलों की हो सकती है जांच?
- वित्तीय वर्ष 2013-14 से 2017-18 तक के रिकॉर्ड की दोबारा जांच की जा सकती है।
- 1 सितंबर के बाद इन वर्षों के रिटर्न दोबारा नहीं खोले जा सकेंगे।
समस्या क्या है?
टैक्स अधिकारियों का कहना है कि इतने कम समय में इतने सारे मामलों में नोटिस भेजना और जांच पूरी करना बहुत मुश्किल होगा। इससे टैक्सपेयर्स को भी अपनी स्थिति स्पष्ट करने का पूरा मौका नहीं मिल पाएगा।
क्या हो सकता है समाधान?
- टैक्स अधिकारियों ने सरकार से नए नियमों की तारीख आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है।
- कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है कि सरकार कुछ खास मामलों को ही चुनकर समय सीमा के भीतर दोबारा खोल सकती है।
आम आदमी पर क्या असर?
- अगर आपने टैक्स नियमों का पालन किया है, तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है।
- लेकिन अगर आपने कोई गलती की है, तो आपको जल्द ही नोटिस मिल सकता है।
- ऐसे में आपको टैक्स सलाहकार से संपर्क करना चाहिए।
2021 में भी हुआ था ऐसा ही कुछ
2021 में भी Reassessment के नियम बदले गए थे, जिससे काफी विवाद हुआ था। तब भी टैक्सपेयर्स ने समय कम होने की शिकायत की थी। सुप्रीम कोर्ट ने सभी नोटिस को सही ठहराया था, लेकिन हर मामले की अलग-अलग सुनवाई की अनुमति दी थी।
दोस्तों, अगर आपको लगता है कि आपके पुराने टैक्स रिटर्न में कुछ गड़बड़ी हो सकती है, तो अभी से तैयारी शुरू कर दें। अपने टैक्स सलाहकार से संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि आप किसी भी नोटिस का सामना करने के लिए तैयार हैं। टैक्स संबंधित किसी भी समस्या को जल्द से जल्द सुलझाना बेहतर होता है ताकि आगे कोई परेशानी न हो। 😊