भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर लंबे समय से लोगों को राहत नहीं दी गई है. हालांकि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत $120 प्रति बैरल से घटकर महज $90 प्रति बैरल तक आ गई हैं.
भारत सरकार ने घटा दिया है टैक्स.
भारत सरकार कई देशों के साथ करार तेल आपूर्ति को लेकर कर रखा है. इस कारनामे के तहत भारत कई देशों को तेल निर्यात करता है. घटे हुए वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमत के मद्देनजर भारत ने डीजल पर 3.5 रुपए प्रति लीटर घटाए हैं वही हवाई ईंधन पर ₹4 प्रति लीटर घटाएं हैं.
17 सितंबर से ही रेट लागू.
घटे हुए नए कीमत आज 17 सितंबर से ही लागू कर दिए गए हैं. प्रॉफिट की बात करें तो भारत सरकार सारे अन्य लाभ के अलावा निर्यात के दौरान डीजल पर प्रति लीटर ₹10 कमाएगी और साथ ही साथ हवाई ईंधन पर प्रति लीटर ₹5 कमाएगी.
भारत में कम हो कम से कम ₹10 प्रति लीटर.
delhibreakings.com से बात करने के दौरान दिल्ली के व्यवसाई ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट ने बताया की महामारी के बाद से अब तक ट्रैवलिंग इंडस्ट्री ढंग से नहीं निकल पाई है. लोग अब ओला उबर या टैक्सी लेने से कतराते हैं और फल स्वरूप कमाई अब काफी कम हो गया है लेकिन इसके बावजूद पेट्रोल डीजल की कीमत हैं और बढ़ा दी गई हैं और वैश्विक स्तर पर तेल की कीमतों के घटने का लाभ लोगों को नहीं दिया जा रहा है जिसके वजह से गाड़ियों का रेंट या ईएमआई भरने में दिक्कत आ रही हैं. घर परिवार चलाने में भी आप काफी परेशानी होने लगी है.
सरकार को चाहिए कि घटते तेल की कीमतों का लाभ सीधे तौर पर आम जनता को दे बाकी ₹10 तक का राहत कम से कम लोगों को मिल पाए और यात्रा सस्ती हो.