आज भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1000 अंकों से ज्यादा टूटकर 56,798 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी50 300 अंकों से ज्यादा गिरकर 21,293 पर बंद हुआ। यह गिरावट पिछले कुछ महीनों में सबसे ज्यादा है, जिसने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है।
भारतीय शेयर बाजार गिरावट के प्रमुख कारण –
वैश्विक बिकवाली: वैश्विक बाजारों में कमजोर प्रदर्शन का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा। अमेरिकी बाजारों में लगातार गिरावट का असर घरेलू बाजार पर भी देखने को मिला।
मुद्रास्फीति की चिंताएं: भारत में खुदरा मुद्रास्फीति दर बढ़कर 7.4% हो गई है, जो रिजर्व बैंक के ऊपरी लिमिट के करीब है। इससे ब्याज दरों में बढ़ोतरी की चिंताएं बढ़ गई हैं, जिसने बाजार की धारणा को कमजोर किया है।
विदेशी निवेशकों की निकासी: पिछले कुछ दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बड़ी मात्रा में भारतीय बाजारों से पैसा निकाला है। इससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा है।
फेडरल रिजर्व की बैठक: इस हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक होने वाली है, जिसमें ब्याज दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया जा सकता है। इससे वैश्विक बाजारों में और गिरावट आने की आशंका है, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ सकता है।