भारत के बैंकिंग क्षेत्र में IndusInd Bank को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। बैंक के विदेशी मुद्रा लेनदेन (forex liabilities) में अनियमितताओं के सामने आने के बाद, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब यह जांच कर रहा है कि यह समस्या केवल IndusInd Bank तक ही सीमित है या यह पूरे बैंकिंग सेक्टर में फैली हुई है। IndusInd बैंक के शेयर एक झटके में कल 27 प्रतिशत गिर गए.
RBI की कड़ी नजर
RBI ने कई बड़े बैंकों से उनके विदेशी मुद्रा देनदारियों (foreign currency liabilities) और (hedging) रणनीतियों की विस्तृत जानकारी मांगी है। केंद्रीय बैंक यह सुनिश्चित करना चाहता है कि:
- बैंकों ने अपनी विदेशी मुद्रा देनदारियों को हेज किया है या नहीं?
- अगर हेज नहीं किया गया है, तो उसका कारण क्या है?
- क्या बैंक अपनी हेजिंग रणनीतियों की प्रभावशीलता का हर तिमाही में परीक्षण कर रहे हैं?
IndusInd Bank में अनियमितताओं की वजह
IndusInd Bank ने खुद स्वीकार किया है कि उसके डेरिवेटिव पोर्टफोलियो (derivative portfolio) में गड़बड़ी पाई गई है। इसका असर बैंक की कुल संपत्ति पर 2.35% तक पड़ सकता है, और विश्लेषकों का अनुमान है कि बैंक को ₹1,600 करोड़ तक का नुकसान हो सकता है।
इस संकट की जड़ में बैंक की आंतरिक ट्रेडिंग (internal trading) प्रणाली है:
- बैंक ने बाहरी कंपनियों के साथ हेजिंग करने के बजाय अपनी आंतरिक ट्रेडिंग डेस्क का इस्तेमाल किया।
- बाहरी ट्रेड्स को मार्केट वैल्यू के आधार पर आंका गया, लेकिन आंतरिक ट्रेड्स को स्वैप वैल्यूएशन के जरिए आँका गया।
- 3 से 6 साल के जापानी येन और 8 से 10 साल के डॉलर बॉन्ड्स जैसे कम लिक्विडिटी वाले इंस्ट्रूमेंट्स इसमें शामिल थे।
IndusInd Bank के शेयरों में भारी गिरावट
IndusInd Bank के शेयरों में पिछले छह महीनों में 50% से अधिक गिरावट आ चुकी है। खासकर, जब बैंक ने मार्च तिमाही में ₹1,600 करोड़ के संभावित नुकसान की जानकारी दी, तो इसके शेयरों में 27% की एक दिन में गिरावट दर्ज की गई।
क्या यह एक बड़ी बैंकिंग समस्या का संकेत है?
RBI अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि क्या यही स्थिति अन्य बैंकों में भी है। बैंकिंग सेक्टर में अगर यह समस्या व्यापक रूप से पाई गई, तो यह भारत की वित्तीय स्थिरता के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
- IndusInd Bank की विदेशी मुद्रा हेजिंग रणनीति में गड़बड़ी से इसे बड़ा झटका लगा है।
- RBI अब सभी बड़े बैंकों से जानकारी लेकर यह जांच कर रहा है कि क्या यह समस्या पूरे बैंकिंग सेक्टर में फैली हुई है।
- IndusInd के शेयरों में भारी गिरावट आई है, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान हुआ है।
- अगर यह संकट अन्य बैंकों तक फैला तो पूरे भारतीय बैंकिंग सेक्टर पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
अब सबकी नजरें RBI की जांच रिपोर्ट और सरकार की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।