घर में बेटियों का होना कितना खूबसूरत होता है यह माता पिता के दिल से बेहतर और कौन समझ सकता है। अपने बच्चों में इंसान उन खुशियों को ढूंढ सकता है जिसकी कमी उसके जीवन में होती है। अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस के अवसर पर सभी को बाटियों को बेहतर भविष्य देने का प्रण करना चाहिए। सरकार के द्वारा ऐसी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं जिससे भारत की बेटियों को बेहतर कल देने की कोशिश की जा रही है।

युवा टीम द्वारा बस्तियों में वितरण की गई शिक्षण सामग्री
उमरिया में अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस के अवसर पर कई स्थानों पर शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया। ऐसा कहा जा यू है कि अगर किसी व्यक्ति को समाज में पीछे रखना है तो उसे शिक्षा से दूर रख दीजिए। महिलाओं के साथ सदियों से ऐसा हो रहा है। उनकी शिक्षा को बहुत कम महत्व दिया जाता है।

हालांकि अब धीरे-धीरे मनुष्य की चेतना जागृत हुई है और वह इंसान की इंडिविजुअलीटी को महत्व देते हुए शिक्षा को सभी के लिए अनिवार्य मान रहा है। लेकिन समाज में अभी भी इस ममाले में सकारात्मक कार्य किया जाना जरूरी है। लड़कियों को कम या न पढ़ाना, उन्हें घर के कामों के लिए उपयुक्त समझना और उनके जीवन से जीने का अधिकार छिनने से ज्यादा नीच कार्य क्या ही हो सकता है।




