सऊदी अरब को लेकर एक और खबर कई यूट्यूब चैनल और पोर्टल के द्वारा वायरल किया जा रहा है जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि अगर आप छुट्टी से गए हैं और समय के अंदर वापस नहीं आए हैं तो आपको ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा.
सबसे पहले आप यह समझे कि अभी के दौर में पत्रकारिता के नाम पर लोग कुछ भी लिख रहे हैं और कुछ सब्सक्राइबर बनाकर उनके साथ खेल रहे हैं ताकि किसी भी नाम पर उन्हें लोग देखते रहे और उन्हें पैसे मिलते रहे.
अब आइए जानते हैं सऊदी अरब में इस बाबत क्या प्रावधान हैं?
सबसे पहले जो लोग भी छुट्टी गए हैं और उनकी छुट्टी की अवधि पूरी भी हो चुकी है लेकिन अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के सुगमता पूर्वक ना संचालन होने के वजह से अगर वह सऊदी अरब ना पहुंच पाए हैं तो उनके खिलाफ कोई भी ब्लैक लिस्ट करने की कार्यवाही नहीं की जाएगी.
वह जब भी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के सीधा बहाल होने के उपरांत आते हैं तो सऊदी अरब में उन्हें उनका रेसिडेंट आईडी और IQAMA आईडी बखूबी बनाया जाएगा या अगर पुराना है तो उसे रिन्यू किया जाएगा.
ABSHER प्लेटफार्म के तहत कंपनी और मालिक को छुट्टियां बढ़ाने या कामगार को कंपनी से जुड़े रखने के लिए भी विकल्प दिया है जिसमें यह साफ किया गया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के प्रतिबंध होने के वजह से अगर कोई कामगार नहीं आता है तो उसका लेबर कॉन्ट्रैक्ट कंपनी या मालिक के साथ चलते रहेगा और इसका चुनाव करने के लिए भी मालिक और कंपनी को विकल्प दिया गया है.
जिन कंपनियों ने अपने कामगारों को मेल या अन्य संचार माध्यम के जरिए सूचित कर दिया है कि वह सऊदी अरब के लिए सीधी उड़ान ना भरकर अन्य देशों के सहायता से सऊदी अरब आकर काम को ज्वाइन करें उनके लिए कंपनी के साथ लेबर कॉन्ट्रैक्ट को बनाए रखने के लिए आने की जल्दी होनी चाहिए हालांकि अगर वह इस स्थिति में भी अगर कंपनी आकर जॉइन नहीं करता है तो उसे ब्लैक लिस्ट नहीं किया जाएगा बल्कि कंपनी शर्तों के अनुसार उसे लेबर कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर सकती हैं.
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मोहम्मद बिन सलमान की अगुवाई में सऊदी अरब ने कई सारे लेबर रिफॉर्म्स को बढ़ावा दिया है जिसमें अब बिना इजाजत फाइनल एग्जिट और एंट्री परमिट के लिए प्रवासी कामगारों को स्वतंत्र किया गया है.
सामान्य दिनों में अगर आप कंपनी के साथ किए गए लेबर कॉन्ट्रैक्ट को बेवजह तोड़ते हैं, तो आपके ऊपर लेबर कॉन्ट्रैक्ट में शामिल अनुच्छेदों के अनुसार कार्यवाही या जुर्माना लिया जा सकता है. हालांकि इस पर भी कई विकल्प सऊदी अरब के द्वारा अब कामगारों को दिए गए हैं कि वह किन हालातों में बिना बताए कंपनी को छोड़ सकता है.
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