महसूस हो रहा था कि दूध और दही के बाद अब घी और मक्खन के दाम भी बढ़ जाएंगे, लेकिन सरकार इस पर समय रहते ही कार्रवाई करने की तैयारी में है। एक ऐसा कदम उठाने की योजना है जिससे घी और मक्खन पर लगने वाली जीएसटी (GST) की दर करीब 7% तक घटाई जा सकती है। यह घटाव से इन दोनों उत्पादों के दाम कम होने की उम्मीद है।
GST दर की सम्भावित घटाव की तैयारी।
मौजूदा 12% जीएसटी को घटाकर 5% करने का प्रस्ताव सरकार के पास लाया गया है। ऐसा करने से घी और मक्खन की कीमतों में करीब 4% की गिरावट आने की संभावना है। यह फैसला तब लिया गया जब दूध के दामों में 10% से अधिक वृद्धि देखी गई थी। दूध के दाम पिछले तीन साल में 21.9% तक बढ़ चुके हैं। यह वृद्धि लगातार बढ़ रही चारे की कीमतों के कारण हुई है जिसका सीधा प्रभाव घी और मक्खन की कीमतों पर पड़ रहा है।
विभागों द्वारा प्रस्तावित कदम
घी और मक्खन के दामों को घटाने का प्रस्ताव पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने वित्त मंत्रालय को भेजा है। इसके अलावा, यह प्रस्ताव GST फिटमेंट कमेटी को भी प्रस्तुत किया गया है जो इस पर विचार करेगी। डेयरी विभाग ने अपने प्रस्ताव में स्पष्ट किया है कि घी को लग्जरी उत्पाद श्रेणी में रखने और उस पर 12% जीएसटी लगाने से उपभोक्ताओं के साथ-साथ किसानों को भी हानि होगी।
विदेशी तेल पर कम जीएसटी: एक असंतुलन
इंडियन डेयरी एसोसिएशन के अध्यक्ष रुपिंदर सिंह सोढ़ी का कहना है कि भारत में खाद्य तेल की 70 फीसदी जरूरतें आयात के जरिये पूरी होती हैं. पाम तेल जैसे उत्पादों पर तो 5 फीसदी जीएसटी लगाया जाता है. फिर अपने ही घर में बनाए गए उत्पादों पर इससे दोगुना टैक्स क्यों वसूला जाता है. बेहतर होगा कि पशुपालन विभाग के प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय विचार करे.
एक नज़र इस जानकारी वाली सारणी पर
डेयरी उत्पाद | मौजूदा GST दर | संभावित GST दर |
---|---|---|
घी | 12% | 5% |
मक्खन | 12% | 5% |
पनीर | 12% | अभी तय नहीं हुई |
लस्सी | 12% | अभी तय नहीं हुई |
छाछ | 12% | अभी तय नहीं हुई |