अगर आप भी अपने निजी वाहन से सफर करते हैं, तो आपके लिए यह जानकारी बेहद महत्वपूर्ण है। प्रदूषण अंडर कंट्रोल (PUC) सर्टिफिकेट से जुड़े नियमों में हाल ही में बड़े बदलाव किए गए हैं, जिनकी अनदेखी करना आपको महंगा पड़ सकता है।
धुआं उत्सर्जन की वीडियो रिकॉर्डिंग अनिवार्य
अब से देशभर के PUC सेंटर्स को प्रदूषण जांच के दौरान कम से कम 10 सेकंड का वीडियो रिकॉर्ड करना अनिवार्य होगा। इस वीडियो में वाहन की नंबर प्लेट और परीक्षण प्रक्रिया स्पष्ट रूप से दिखाई देनी चाहिए। इसके बाद, इस वीडियो को सरकार के VAHAN पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
धांधली रोकने के लिए यह कदम
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने यह नया नियम तब लागू किया, जब पता चला कि कई PUC सेंटर्स बिना उचित जांच के या फर्जी तरीके से प्रमाणपत्र जारी कर रहे थे।
PUC सर्टिफिकेट की अनिवार्यता
मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, भारत में वाहन चलाने के लिए PUC सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है। इस परीक्षण में, वाहन से निकलने वाले धुएं की जांच की जाती है, और इसके आधार पर प्रमाणपत्र जारी किया जाता है।
PUC सर्टिफिकेट प्राप्त करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले, अपने वाहन को निकटतम एमिशन टेस्ट सेंटर पर ले जाएं।
- ऑपरेटर आपके वाहन के एग्जॉस्ट पाइप में टेस्टिंग डिवाइस लगाकर धुएं की जांच करेगा।
- इस पूरी प्रक्रिया का 10 सेकंड का वीडियो बनाया जाएगा, जिसे बाद में E-VAHAN पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
- इसके बाद, आपका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा, जिसे आप ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकते हैं।
इस नए नियम के साथ, सरकार धांधली को रोकने और प्रदूषण नियंत्रण में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रही है।