दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में नई सड़कों का निर्माण हमेशा से उत्साहित करने वाला रहा है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाला नया एक्सप्रेसवे इस क्षेत्र के विकास का एक नया अध्याय लिखने जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे की योजना और निर्माण का कार्य जोरों पर है, और इसके पूरा होने की उम्मीदें लोगों में नई संभावनाओं की लहर ला रही हैं।
एक्सप्रेसवे की विशेषताएं और फायदे
नोएडा-ग्रेटर नोएडा के बीच बनने वाला यह एक्सप्रेसवे नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर होगा। इसकी लंबाई 25 किलोमीटर होगी और यह 6 लेन का होगा। इसका उद्देश्य नोएडा एक्सप्रेसवे पर आवागमन को आसान बनाना है। इसके निर्माण में 400 करोड़ रुपए का खर्च आने की संभावना है।
क्षेत्रीय विकास में योगदान
इस एक्सप्रेसवे के बनने से नोएडा और ग्रेटर नोएडा के इलाके में यातायात की सुविधा में सुधार होगा। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद क्षेत्र से भी जुड़ेगा, जिससे क्षेत्रीय संपर्क और भी मजबूत होगा। इसके बन जाने से नोएडा के सेक्टर-128, सेक्टर-150, सेक्टर-135, सेक्टर-168 आदि इलाकों के लोगों को खास तौर पर फायदा होगा।
मुख्य बिंदु
- नया एक्सप्रेसवे: नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ेगा, नोएडा एक्सप्रेसवे के समानांतर बनाया जाएगा।
- लंबाई और डिजाइन: 25 किलोमीटर लंबा, 6 लेन का एक्सप्रेसवे।
- खर्च: 400 करोड़ रुपए का अनुमानित खर्च।