भारत और ओमान के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते से आर्थिक संबंध मजबूत होंगे और इससे भारतीय निर्यातकों को बड़ा लाभ होगा। इस समझौते के जरिए दोनों देश एक व्यापक आर्थिक साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं। इसके सफलता पूर्वक पूरा होने से भारत का खाड़ी देशों में आर्थिक प्रभाव और बढ़ेगा।
- भारत और ओमान के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) की चर्चा तेजी से जारी है।
- इस समझौते को ‘व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता’ (सीईपीए) कहा जा रहा है।
- समझौते पर जनवरी, 2024 में हस्ताक्षर की संभावना।
वर्तमान प्रगति:
- दोनों देशों के अधिकारियों ने मस्कट में दूसरे दौर की बातचीत पूरी की।
- अधिकांश अध्यायों पर बातचीत पूरी हो चुकी है।
आर्थिक लाभ:
- ओमान भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है।
- समझौते से भारतीय निर्यातकों को लाभ होगा।
- जीटीआरआई के अनुसार, भारतीय सामानों को ओमान में बढ़ावा मिलेगा।
खाड़ी सहयोग परिषद की भूमिका:
- भारत ने मई, 2022 में यूएई के साथ समझौता लागू किया।
- ओमान और यूएई दोनों जीसीसी के सदस्य हैं।