भारतीय प्रवासियों का काफी बड़ा आबादी संयुक्त अरब अमीरात के विभिन्न शहर जैसे दुबई अबू धाबी इत्यादि में रहती है. भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच के रिश्ते इन सारे लोगों के घरों को प्रभावित करते हैं.
भारत ने अपनी उदार व्यापार नीतियों का एक और उदाहरण पेश करते हुए, यूएई को अतिरिक्त प्याज निर्यात करने की अनुमति दी है। यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूती प्रदान करता है। आइए इस विकास पर एक नज़र डालें:
- अतिरिक्त निर्यात की मंजूरी: भारतीय सरकार ने यूएई को 10,000 टन अतिरिक्त प्याज के निर्यात की अनुमति दी है, जो राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड के माध्यम से किया जाएगा।
- पिछली मंजूरी: इससे पहले सरकार ने यूएई को 14,400 टन प्याज के निर्यात की भी मंजूरी दी थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भारत अपने मित्र देश के खाद्यान्न संकट में मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
- निर्यात पर रोक के बावजूद सहायता: भारत में प्याज के निर्यात पर सामान्य तौर पर रोक होने के बावजूद, सरकार ने यूएई के अनुरोध पर इसे एक निर्दिष्ट मात्रा में निर्यात करने की अनुमति दी है।
- द्विपक्षीय व्यापार संबंधों को मजबूती: इस प्रकार की पहल न केवल भारत और यूएई के बीच व्यापारिक संबंधों को मजबूत बनाती है बल्कि यह भारत की विश्वस्तर पर एक विश्वसनीय व्यापारिक साझेदार के रूप में छवि को भी प्रदर्शित करती है।
भारत के इस कदम से केवल भारत ही नहीं बल्कि भारत के बाहर रह रहे भारतीयों को भी सस्ते दामों पर भरपूर मात्रा में प्याज उपलब्ध हो पाएगा.