केंद्र सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 31 मार्च तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध जारी रखने का फैसला किया है। इस घोषणा के बाद महाराष्ट्र के नासिक में लासलगांव मंडी, जो एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी है, में प्याज के दाम में 150 रुपये प्रति क्विटल की कमी आई है।
इससे पहले, निर्यात प्रतिबंध हटाने की खबरों के बीच थोक कीमतों में 40% तक की वृद्धि देखी गई थी। 7 दिसंबर 2023 को प्रतिबंध लगाने के बाद, प्याज की कीमतें 17 फरवरी 2024 को 1,280 रुपये प्रति क्विटल तक गिर गई थीं।
लेकिन 14 फरवरी 2024 को निर्यात प्रतिबंध हटाने की खबरों के बाद कीमतें 1,800 रुपये प्रति क्विटल तक बढ़ गईं। सरकार के ताजा फैसले से किसानों को राहत मिली है, जो लगातार गिरती कीमतों से चिंतित थे। हालांकि, निर्यातकों का कहना है कि प्रतिबंध से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। यह देखना बाकी है कि 31 मार्च के बाद सरकार क्या फैसला लेती है।
इस मुद्दे पर कुछ महत्वपूर्ण बातें:
- प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने 7 दिसंबर 2023 को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था।
- 31 मार्च तक प्रतिबंध जारी रहेगा।
- प्रतिबंध हटाने की खबरों के बीच प्याज की थोक कीमतों में 40% तक की वृद्धि देखी गई थी।
- प्रतिबंध जारी रहने के बाद नासिक में प्याज के दाम में 150 रुपये प्रति क्विटल की कमी आई है।
- किसानों को सरकार के फैसले से राहत मिली है, जबकि निर्यातकों का कहना है कि उन्हें भारी नुकसान हो रहा है।