दिल्ली परिवहन विभाग ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। बिना प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र (पीयूसी) वाले वाहनों को पकड़ने के लिए चार पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाए गए हैं। यह पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है, और अब इसका विस्तार करते हुए 25 पेट्रोल पंपों पर और कैमरे लगाए जाएंगे।
पायलट प्रोजेक्ट की सफलता 🚦
परिवहन विभाग ने अक्तूबर में इस पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की थी। मॉडल टाउन के दो पेट्रोल पंप, यमुना विहार और गुलाबी बाग में एक-एक पेट्रोल पंप पर कैमरे लगाए गए थे। इन कैमरों की मदद से, अभी तक 850 से अधिक वाहनों को बिना पीयूसी के पकड़ा गया है।
चालान की प्रक्रिया और प्रावधान 💵
इन वाहनों के खिलाफ ई-चालान भेजे जा रहे हैं, जिसमें 10,000 रुपये का चालान शामिल है। यह उपाय पर्यावरण संरक्षण और शहर में वायु प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भविष्य की योजनाएं 🌍
परिवहन विभाग की योजना अनुसार, आगामी समय में दिल्ली के 500 पेट्रोल पंपों पर कैमरे लगाए जाएंगे। इससे प्रदूषण की रोकथाम में और अधिक सहायता मिलेगी।
परिवहन विभाग की ओर से सतर्कता 🚨
इस पहल का उद्देश्य न केवल चालान जारी करना है, बल्कि वाहन मालिकों को प्रदूषण नियंत्रण के प्रति जागरूक करना भी है। परिवहन विभाग की यह पहल दिल्ली को एक स्वच्छ और स्वस्थ शहर बनाने में योगदान देगी।