प्रयागराज को योगी सरकार के तरफ़ से औद्योगिक गलियारे की सौगात मिली है । सौगत मिलने के बाद अधिकारी इस पर तेज़ी से काम शुरु कर दिया है ।शंकरगढ़ के बाद यह औद्योगिक गलियारा सोरांव क्षेत्र में बनेगा। गंगा एक्सप्रेस वे के आसपास के क्षेत्रों में इसकी स्थापना का रोड मैप तैयार किया जा रहा है। इसीकड़ी में सर्वेक्षण का कार्य शुरू कर दिया गया है।
शंकरगढ़ के पथरीले इलाके में कृषि योग्य भूमि की कमी और भूमि के उर्वर न होने की वजह से अधिकतर स्थानीय लोगों को शहरों में जाकर अपनी ज़िंदगी बीता रहेहै । इलाके में उद्योग स्थापना की इस स्थिति को देखते हुए योगी सरकार ने यहां इंडस्ट्रियल हब बनाने का निर्णय लिया है ।
उत्तर प्रदेश स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस इलाके का सर्वे शुरू करने के बाद क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिए चयनित भूमि का प्रस्ताव प्रशासन केपास भेजा है। इसके बाद उद्योगों की स्थापना का कार्य शुरू होगा । दरअसल बात ये है कि शंकरगढ़ इलाके में इंडस्ट्रियल हब डेवलप करने के लिए भारतपेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड यहां सौर ऊर्जा का प्लांट डालना चाह रहा है जिसकी प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
यूपीसीडा के क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष नाथ का कहना है कि इस इलाके की सर्वे प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आगे का कार्य शुरू होगा। इस इलाके में एक ऑयलरिफायनरी की स्थापना का प्रस्ताव भी सरकार के पास है जिसे 2000 एकड़ की भूमि में शंकरगढ़ ब्लाक में स्थापित होना है।
प्रयागराज के सबसे पिछड़े इलाकों में भी इंडस्ट्रियल हब की स्थापना होगी । प्रदेश की योगी सरकार ने प्रयागराज के यमुना पार इलाके के सबसे पिछड़े इलाकेशंकरगढ़ को इंडस्ट्रियल हब के रूप में विकसित करने का रोड मैप तैयार किया है । जिले में नैनी के बाद यह दूसरा इलाका होगा जहां औद्योगिक विकास की गंगाप्रवाहित होगी ।
नोडल अधिकारी जगदंबा सिंह ने बताया कि यमुना पार में शंकरगढ़ में औद्योगिक गलियारे की बुनियाद रखने के बाद अब गंगा पार के सोरांव में भी औद्योगिक क्षेत्रविकसित होने जा रहा है। प्रयागराज में यूपीडा की तरफ से एक्सप्रेस वे के आसपास के क्षेत्र में इस औद्योगिक गलियारा को विकसित करने की सरकार की योजनाहै। इसी क्रम में प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेस वे से सटे तीन गांवों को इसके लिए चिन्हित किया गया है।
परियोजना के नोडल अधिकारी एडीएम वित्त एवं राजस्व जगदंबा सिंह के मुताबिक जिन तीन गांवों को इसके लिए चिन्हित किया गया है उसमें मलाक चतुरी,जूड़ापुरडांडू तथा बारी सराय लाल शामिल है । शासन ,यूपीडा और प्रशासन की टीमों ने यहां का निरीक्षण किया है। टीमों ने इस गलियारे के लिए सरकार और काश्तकारोंसे मिलने वाली जमीन का आंकलन भी किया है । शासन के निर्देश पर आगे की प्रक्रिया पूरी की जायेगी।
प्रयागराज के जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल का कहना है कि इलाके की भौगोलिक स्थिति और ऊर्जा के संसाधनों की मौजूदगी से शंकरगढ़ को औद्योगिकक्षेत्र के विकास के रूप में देखा जा रहा है। नैनी के बाद जिले का यह दूसरा इंडस्ट्रियल हब होगा । यहां औद्योगिक विकास से 10 हजार से अधिक रोजगार कासृजन होगा । इससे शहरो में पलायन कर गए स्थानीय लोग भी वापस अपने क्षेत्र में आयेंगे ।