राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन की रफ्तार 150 किलोमीटर प्रति घंटे पर थी. ट्रेन के भीतर हजारों की संख्या में लोग अपने गंतव्य के लिए यात्रा पर निकल चुके थे. लेकिन किसी को भी या अंदेशा नहीं था कि उनके ट्रेन के साथ कुछ अनहोनी होने वाला था.
मामला लोहरदगा में गुजर रही राजधानी एक्सप्रेस से जुड़ी हुई है. रांची दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस जब लोहरदगा रेलवे स्टेशन से रविवार शाम 6:14 पर लगभग 2 किलोमीटर आगे बढ़ी थी कि एक बड़ी अनहोनी रेलवे ट्रैक पर सामने आ गई.
150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही ट्रेन के आगे दर्जनों गाय और बैल रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए लेकिन राजधानी एक्सप्रेस का संचालन कर रहे ड्राइवर ने अपना सूझ बुझ पूरे तरीके से दिखाया। समय रहते राजधानी एक्सप्रेस के ड्राइवर ने ट्रेन को गति सीमा के भीतर लाया और सावधानी से ब्रेक लगा दिया जिसके वजह से एक बड़ा दुर्घटना होते-होते रह गया.
दर्जनों पशुओं के भीड़ के वजह से टकराने के उपरांत रेल को बेपटरी होने का अक्सर खतरा रहता है। रेलवे ड्राइवर 6:15 मिनट का ब्रेक लगाया और उसके बाद 6:18 बज के गाड़ी को वही रखा. जब सारे पशु पास कर गए तब रेलवे ड्राइवर ने ट्रेन के परिचालन को फिर से शुरू किया.
देश में बन रहे हाई स्पीड रेल कॉरिडोर में अब भी रेल पटरियों की सुरक्षा को लेकर जगह-जगह सवालिया निशान दिखते ही रहते हैं. रेलवे लाइन पर अक्सर पशुओं के झुंड आने के वजह से टकरा हट के कारण कई बार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के अगले हिस्से क्षतिग्रस्त हुए हैं.
हाई स्पीड रेल संचालन के साथ ही साथ अब रेल परियों को सुरक्षित करने की मांग बढ़ती जा रही है. भविष्य में अगर रेलवे को सुरक्षित साधनों में लेकर जाना है तो इसके लिए रेल पटरीओं का सुरक्षित होना ज्यादा जरूरी है.