भारतीय रिजर्व बैंक ने कार्यवाही करते हुए एक और लाइसेंस को रद्द कर दिया है जिसके वजह से 2 और फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट कंपनी बंद हो गई है. यह एक्शन रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से लोन वसूली के दौरान गलत बर्ताव की वजह से लिया गया है.
अगर आपने भी लिया है लोन तो जाने अपना हक.
अगर आपका किसी भी बैंक से लोन चल रहा है और वैसे स्थिति में अगर आपके साथ लोन वसूली के दौरान कोई भी व्यक्ति दुर्व्यवहार करता है और जबरन लोन वसूली करने के लिए दबाव देता है तो आप इसकी शिकायत बैंकिंग लोकपाल या रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में कर सकते हैं.
बैंक ने किया था अनुचित व्यवहार. आरबीआई ने लगा दिया ताला
पुणे के कुड़ोस फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट तथा मुंबई के क्रेडिट गेट कंपनी पर अपने ग्राहकों से जबरन लोन वसूली के दबाव बनाए गए थे जिसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा नियम उल्लंघन करने के जुर्म में इन दोनों कंपनियों पर एक्शन करते हुए इनके रजिस्ट्रेशन/पंजीकरण रद्द कर दिए गए हैं.
क्या फर्क पड़ेगा आम लोगों पर?
Kudos Finance, Credit Gate या दोनों NBFC श्रेणी की कंपनियां हैं जो लोगों को लोन देती हैं और साथ ही साथ छोटे-मोटे इन्वेस्टमेंट भी लेती हैं. अगर लोगों ने इसमें इन्वेस्टमेंट कर रखा है तो उन्हें अपने इन्वेस्टमेंट निकासी में दिक्कत आएगी हालांकि लोन लेने वाले लोगों को अतिरिक्त समय और सुविधा मिलेगी उसकी वह अपना लोन अपने नियमों के अनुसार जमा कर पाए.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इन दोनों कंपनियों में ग्राहकों के ऊपर दबाव बनाने और थर्ड पार्टी मोबाइल ऐप के जरिए लोन देकर ज्यादा इंटरेस्ट लेने जैसे समस्याओं को पाया है. Digipeergo Tech and Sky Line Innovation के मोबाइल ऐप भी अब काम नहीं करेंगे.